NSE में शामिल कंपनियों को अगले नौ महीने में चुनने होंगे स्वतंत्र महिला निदेशक
एनएसई में बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 1,000 कंपनियों को उनके बोर्ड में कम से कम महिला को स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने के लिए पहली अप्रैल, 2020 तक की मोहलत दी गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पूंजी बाजार नियामक सेबी के नए प्रावधानों के मुताबिक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में सूचीबद्ध कम से कम 145 कंपनियों को चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपने बोर्ड में कम से कम एक महिला को स्वतंत्र निदेशक के तौर पर नियुक्त करना ही होगा। इनमें आरआइएल, भारती एयरटेल और टीसीएस जैसी दिग्गज कंपनियां भी शामिल हैं। वहीं, एनएसई में बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 1,000 कंपनियों को उनके बोर्ड में कम से कम महिला को स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने के लिए पहली अप्रैल, 2020 तक की मोहलत दी गई है।
कोटक कमेटी की अनुशंसाओं के तहत कंपनियों में बोर्ड की जिम्मेदारी और ज्यादा प्रभावी बनाने और हितों का टकराव रोकने के लिए कई दिग्गज कंपनियों को चेयरमैन-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पद को दो हिस्सों में बांटना होगा। सेबी ने एनएसई में सूचीबद्ध शीर्ष 500 कंपनियों को चेयरमैन और एमडी का पद अलग-अलग करने के लिए पहली अप्रैल, 2020 तक की मोहलत दी है। इन कंपनियों को गैर-कार्यकारी चेयरमैन की नियुक्ति करनी होगी। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआइएल), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनीलिवर, ओेएनजीसी, कोल इंडिया, लार्सन एंड टूब्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजीज समेत कुल 291 कंपनियों के नाम शामिल हैं। दिलचस्प यह है कि सेबी के नए प्रावधानों की जानकारी होते हुए भी आरआइएल ने पिछले दिनों चेयरमैन मुकेश अंबानी को मौजूदा कार्यकाल के बाद अगले पांच वर्षो के लिए एमडी पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
जहां तक निदेशक बोर्ड में संख्या बढ़ाने का सवाल है, तो सेबी के नए मानकों के मुताबिक एनएसई में सूचीबद्ध शीर्ष 1,000 कंपनियों में से को अगले वर्ष अप्रैल तक बोर्ड सदस्यों की संख्या कम से कम छह पर ले जानी होगी।