FY18 Q4 में नेस्ले इंडिया और स्पाइसजेट ने दर्ज किया मुनाफा, देना बैंक का बढ़ा घाटा
नेस्ले इंडिया और स्पाइसजेट ने जहां एक ओर मुनाफे में बढ़त दर्ज की है, वहीं देना बैंक ने इस दौरान गिरावट दर्ज की है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नेस्ले इंडिया, देना बैंक और स्पाइसजेट ने वित्त वर्ष 2018 की मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। नेस्ले इंडिया और स्पाइसजेट ने जहां एक ओर मुनाफे में बढ़त दर्ज की है, वहीं देना बैंक ने इस दौरान गिरावट दर्ज की है।
कैसे रहे नेस्ले इंडिया के नतीजें-
नेस्ले इंडिया ने मार्च 2018 तिमाही में मुनाफे में 35 फीसद तक की तेजी दर्ज की है। कंपनी का मुनाफा बढ़कर 424.03 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। बीते वर्ष की समान अवधि में कंपनी ने 311 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था। इस दौरान ऑपरेशन्स से रेवेन्यू 2757.24 करोड़ रुपये के स्तर पर रहे हैं। बीते वर्ष की समान अवधि में यह 2601 करोड़ रुपये के स्तर रहे थे। अच्छे नतीजों के चलते कंपनी के शेयर्स में आज 6 फीसद तक की तेजी दर्ज की गई है। कंपनी के शेयर्स तेजी के बाद 9498.90 के स्तर पर आ गये। वहीं दिन के कारोबार में इसने 6.93 फीसद की बढ़त के साथ 9609.55 का स्तर छुआ जो कि 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। इसके चलते कंपनी की मार्केट वैल्युएशन 4941.32 की बढ़त के साथ 91584.32 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई।
देना बैंक का बढ़ा घाटा
वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में देना बैंक का घाटा बढ़कर 1225.42 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। कंपनी को घाटा बैड लोन और इन्हें कवर करने के लिए हायर प्रोविजनिंग के चलते देखने को मिला है। बीते वर्ष की समान अवधि में कंपनी का लॉस 575.26 करोड़ रुपये रहा था। वहीं दिसंबर 2017-18 की तिमाही यह 380.07 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा था। पूरे वित्त वर्ष 2017-18 के लिए बैंक का घाटा 1923.15 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा है।
स्पाइसजेट के मुनाफे में हुई 5 फीसद तक की बढ़ोतरी
स्पाइसजेट ने वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में 40.51 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है। बीते वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 38.59 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा था। इस दौरान कंपनी की ब्याज व्यय 55 फीसद बढ़कर 25.9 करोड़ रुपये रही है। कंपनी का तिमाही एबिटा 6.7 फीसद की बढ़त के साथ 65.11 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं एबिटा मार्जिन 54 आधार अंक गिर कर 3.2 फीसद रह गया है।