मूडीज ने भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 7.3 फीसद किया
मूडीज ने हालांकि वर्ष 2019 के लिए अपना 7.5 फीसद का अनुमान बरकरार रखा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटा दिया है। एजेंसी ने वर्ष 2018 के लिए 7.5 फीसद का अनुमान लगाया था जो कि अब घटाकर 7.3 फीसद कर दिया है। सरकार मार्च में खत्म हुई तिमाही का जीडीपी डेटा गुरुवार को शाम 5.30 बजे जारी करेगी।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने सोमवार को कहा था कि मार्च तिमाही में सालाना ग्रोथ 7.3 फीसद से 7.5 फीसद के बीच रह सकती है। डेटा का मुताबिक भारत की जीडीपी तीसरी तिमाही में 7.2 फीसद की दर से बढ़ी है जिससे देश को तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का टाइटल मिलने में मदद मिली थी। डेटा के अनुसार चीन की इस तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.8 फीसद रही है। मूडीज ने हालांकि वर्ष 2019 के लिए अपना 7.5 फीसद का अनुमान बरकरार रखा है।
ग्लोबल मैक्रो आउटलुक: 2018-19 के अपडेट में एजेंसी ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि वर्ष 2018 में जीडीपी ग्रोथ 7.3 फीसद रह सकती है, पहले इसका 7.5 फीसद का अनुमान लगाया गया था।”
मूडीज ने कहा है कि ग्रोथ को ग्रामीम उपभोग से फायदा मिलेगा साथ ही इसे उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य और सामान्य मानसून से सहयोग मिलेगा। वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए मूडीज ने उम्मीद जताई है कि 2018 में मजबूत वैश्विक विकास रहेगा जैसा कि वर्ष 2017 में रहा था।
FY18 की आखिरी तिमाही में 7.1 फीसद रह सकती है GDP ग्रोथ, फिक्की ने लगाया अनुमान
इंडस्ट्री बॉडी फिक्की (फिक्की) ने अपने आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2017-18 की जनवरी से मार्च तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ के 7.1 फीसद तक रहने का अनुमान लगाया है। वहीं इस सर्वेक्षण में फिक्की ने वित्त वर्ष 2017-18 में 6.6 फीसद जीडीपी विकास दर का अनुमान जताया गया है।
केंद्रीय सांख्यिकी विभाग (सीएसओ) की ओर से जीडीपी (जनवरी से मार्च तिमाही) के आंकड़े 31 मई को जारी किए जाएंगे। इसमें वित्त वर्ष 2017-18 की अंतिम तिमाही के साथ-साथ वर्ष 2017-18 (पूरे वित्त वर्ष के लिए) के जीडीपी आंकड़े भी जारी किए जाएंगे।