लगातार तीसरे दिन टूटा बाजार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में राहत के फैसले से बेहाल हुआ तेल कंपनियों का शेयर
लगातार तीसरे दिन भी शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में राहत के बाद तेल कंपनियों के शेयरों की जबरदस्त पिटाई हुई है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। लगातार तीसरे दिन बाजार में गिरावट से राहत नहीं मिली है। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 300 अंक तक टूट गया वहीं निफ्टी भी 1 फीसद से अधिक फिसलते हुए 10,550 के अहम सपोर्ट लेवल के नीचे जा पहुंचा।
दिन भर के कारोबार के भीतर सेंसेक्स में 330 अंकों की गिरावट आई है। बाजार में आई गिरावट की वजह तेल कंपनियों के शेयरों की जबरदस्त पिटाई है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 2.50 रुपये लीटर राहत दिए जाने के ऐलान पर बाजार ने नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।
मोदी सरकार के इस फैसले से तेल कंपनियों के शेयर बेहाल नजर आ रहे हैं। बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स जबरदस्त बिकवाली के दबाव में नजर आ रहा है और ओएमसी (तेल विपणन कंपनियां) के शेयर 26 फीसद तक टूट चुके हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान बीपीसीएल (करीब 21 फीसद), इंडियन ऑयल (करीब 14 फीसद), ओएनजीसी (करीब 14 फीसद) में आई है। यह तीनों सरकारी कंपनियां हैं।
गौरतलब है कि गुरुवार देर शाम वित्त मंत्री ने तेल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की राहत का ऐलान किया था और इसमें से 1.5 रुपये प्रति लीटर केंद्रीय एक्साइज में की गई कटौती थी जबकि एक रुपये प्रति लीटर का भार तेल कंपनियों को वहन करना है।
केंद्र ने वैसे समय में आम लोगों को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत दी है जब अंतरराष्ट्री बाजार में तेल की कीमतें पिछले चार सालों के उच्चतम स्तर पर है। कच्चे तेल की कीमतें 86 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर चुकी है।
लगातार तीसरे दिन टूटा बाजार इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 800 से अधिक अंक टूटकर बंद हुआ था। जबकि मंगलवार को बाजार में 550 अंकों की गिरावट आई थी। पिछले तीन कारोबारी सेशन को मिलाकर देखा जाए तो सेंसेक्स अब तक करीब 1300 अंकों से अधिक टूट चुका है, जिससे निवेशकों को करीब पांच लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
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