इंडिगो ने की सस्ते हवाई सफर की पेशकश, मात्र 3199 रुपये में करिए विदेश की सैर
इंडिगो की कोलकता से ढाका और जोरहट के लिए नई कनेक्टिंग फ्लाइट्स एक अगस्त, 2018 से शुरू की जाएंगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विमानन कंपनी इंडिगो ने कोलकता से ढाका और जोरहट तक के लिए डेली फ्लाइट शुरू की है। कंपनी ने इस फ्लाइट के लिए 3199 रुपये की टिकट रखी है, जिसमें सभी कर शामिल हैं। एयरलाइन के हालिया ऑफर का नाम ‘चॉल चॉल चॉल’ है। इसकी जानकारी कंपनी ने अपनी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी है।
कोलकता से ढाका और जोरहट के लिए नई कनेक्टिंग फ्लाइट्स एक अगस्त, 2018 से शुरू की जाएंगी। कंपनी ने बताया है कि इस ऑफर के तहत सीमित सीटें हैं। टिकटों का वितरण ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाएगा। यात्री इसके लिए कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट गोइंडिगो डॉट इन से टिकट बुक कर सकते हैं।
इंडिगो ने हाल ही में उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) स्कीम के तहत जोरहट और ढाका समेत दो नये रूटों का ऐलान किया था। जोरहट कंपनी के नेटवर्क पर 54वां और ढाका 55वां गंतव्य होगा। साथ ही कंपनी ने 16 नई फ्लाइट्स को शामिल करने का भी ऐलान किया था।
Introducing our 54th & 55th #6Edestinations Dhaka & Jorhat! Flying daily, non-stop from Kolkata to Dhaka & Jorhat. Fares starting INR 3199. Book now: https://t.co/aA1qnPIgdK pic.twitter.com/WzEUCJyUeP — IndiGo (@IndiGo6E) June 11, 2018
कैसे एयरलाइन कंपनियां कर सकती हैं उड़ान स्कीम के लिए आवेदन
‘उड़ान’ में भाग लेने वाली एयरलाइन को किन्हीं दो हवाई अड्डों के बीच उड़ानें शुरू करने के लिए ऑनलाइन निविदाएं भरनी होती हैं। फिर इन एयरलाइंस से वित्तीय निविदाएं मांगी जाती हैं। पहली वित्तीय निविदाओं के आधार पर उनसे कम सब्सिडी मांगने वाली एयरलाइंस से दूसरी वित्तीय निविदा के तहत जवाबी यानी प्रति-प्रस्ताव मांगे जाते हैं। अंतत: सबसे कम या शून्य सब्सिडी मांगने वाली एयरलाइंस को रूट आवंटित किए जाते हैं।
‘उड़ान’ में वही एयरलाइंस हिस्सा ले सकती हैं जो कम से कम सब्सिडी पर यात्रियों को 2500 रुपये प्रति घंटे की दर पर विमान यात्र (यात्रा) तथा इतने ही किराये पर आधे घंटे की हेलिकॉप्टर यात्रा ऑफर देने में सक्षम हो। कामयाब एयरलाइंस को आधी सीटें (विमान में न्यूनतम 9 व अधिकतम 40 सीटें तथा हेलिकॉप्टर में अधिकतम 12 सीटें) 2500 रुपये की दर पर तथा बाकी आधी सीटें सामान्य किराये पर बेचने की छूट है। फिलहाल स्कीम दस वर्ष के लिए है। आवश्यकता पड़ने पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। स्कीम के तहत टिकट पर सर्विस टैक्स की छूट के अलावा एयरलाइंस को अन्य एयरलाइंस के यात्रियों के साथ सीटें साझा करने (कोड शेयरिंग) की छूट है। उनसे एयरपोर्ट शुल्क, पार्किंग व लैंडिंग शुल्क भी नहीं लिया जाता है।