भारतीय अर्थव्यवस्था पर खत्म हुआ GST और नोटबंदी का नकारात्मक असर: इंडिया रेटिंग्स
इंडिया रेटिंग्स का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी और जीएसटी के क्रियान्वय का नकारात्मक असर खत्म हो रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी और जीएसटी के क्रियान्वयन से जो नकारात्मक प्रभाव पड़ा था वह अब धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। यह बात इंडिया रेटिंग्स ने कही है। रेटिंग एजेंसी ने हालांकि चालू खाता घाटा (सीएडी) के बढ़ने की संभावना को लेकर चेताया है। बढ़ती तेल कीमतें मुद्रा पर दबाव बना रही हैं जिससे सीएडी बढ़ सकता है।
इंडिया रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री देवेंद्र पंत ने कहा, “हमारी रिसर्च से पता चला है कि मैन्युफैक्चरिंग, कैपिटल गुड्स प्रोडक्शन, नॉन फूड क्रेडिट और उपभोग से सुधार के संकेत देखने को मिल रहे हैं।”
मोद्रिक रुख पर चिंता का विषय बढ़ते बॉन्ड यील्ड है जो कि वित्तीय मोर्चे पर पिछने का संकेत हैं। पंत ने बताया, “चीजें अब सुधर रही हैं। अगर चीजें ऐसे ही रहती हैं जैसे कि अब है और पॉलिसी सहायक रहती है तो चालू वित्त वर्ष में बढ़कर 7.4 फीसद तक हो सकती है।”
भारत की अर्थव्यवस्था 7.4 फीसदे से बढ़कर 7.8 फीसद तक होने की उम्मीद: IMF
भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष 7.4 फीसद की दर से बढ़ सकती है। साथ ही नोटबंदी और जीएसटी के नकारात्मक प्रभाव खत्म होने से यह 7.8 फीसद तक जा सकती है। यह बात अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने कही है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में एशिया सबसे प्रमुख है। ग्लोबल ग्रोथ में इसकी 60 फीसद से भी ज्यादा की हिस्सेदारी है। वहीं, इसका तीन चौथाई हिस्सी केवल चीन और बारत से आता है। यह जानकारी आईएमएफ के रीजनल इकोनॉमिक आउटलुक: एशिया एंड पैसिपिक (आरईओ) के अनुसार है।
उसमें यह भी कहा गया है कि अभी आगे जोखिम और चुनौतियां भी हैं, जिनमें मुश्किल वैश्विक वित्तीय हालात, इनवर्ड लुकिंग पॉलिसी की ओर शिफ्ट, लंबे समय की अवधि में जनसंख्या की आयुर्वृद्धि, धीमी प्रोडक्टिविटी ग्रोथ और डिजिटल इकोनॉमी में तेजी शामिल हैं।