RBI की ओर से किये गये रेट हाइक को IMF ने सराहा
बढ़ती महंगाई और उच्च ऑयल कीमतें, एक्सचेंज रेट में गिरावट और अन्य घरेलू कारकों के चलते अतिरिक्त जोखिम को देखते हुए आईएमएफ मानता है कि बुधवार को आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में इजाफा सही कदम है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने आज रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की ओर से ब्याज दरों में इजाफे के फैसले का स्वागत किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करते हुए 6.25 फीसद कर दी है। आईएमएफ के प्रवक्ता गैरी राइस ने बताया, “हम आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में बढ़त के फैसले का स्वागत करते हैं।”
बढ़ती महंगाई और उच्च ऑयल कीमतें, एक्सचेंज रेट में गिरावट और अन्य घरेलू कारकों के चलते अतिरिक्त जोखिम को देखते हुए आईएमएफ मानता है कि बुधवार को आरबीआई की ओर से ब्याज दरों में इजाफा सही कदम है। राइस ने यह जवाब उस सवाल पर दिया जब उनसे पूछा गया कि आरबीआई ने बीते चार वर्षों में पहले बार ब्याज दरें बढ़ाई हैं।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि आरबीआई ने जनवरी 2014 में रेपो रेट 8 फीसद तक बढ़ा दिया था ताकि महंगाई को नियंत्रित रखा जा सके।
भारत के लिए अहम है बैंकिंग संकट को सुलझाना
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने शुक्रवार को कहा कि बैंकिंग क्षेत्र में चल रहे मौजूदा संकट को संबोधित करना भारत के लिए निवेश और समावेशी विकास एजेंडे को समर्थन देने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। आईएमएफ प्रवक्ता गैरी राइस ने अपने दो हफ्तों में एक बार होने वाले समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, “बैंकिंग क्षेत्र की बैलेंस शीट के मुद्दों को संबोधित करना और विशेष सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रदर्शन में सुधार करना भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है ताकि निवेश और समावेशी विकास के एजेंडे को समर्थन दिया जा सके।”
भारत के बैंकिंग सेक्टर के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने गैर-निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) के मसलों को को संबोधित करने की दिशा में प्रगति की है और प्रवाह की समस्या से निपटने के लिए अन्य कदम उठाए जा रहे हैं।