HCL Tech के बोर्ड ने 4000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक को दी मंजूरी
TCS के बाद अब HCL Tech ने 4000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैंक को मंजूरी दे दी है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। दिग्गज आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के बोर्ड ने 4000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कंपनी के बायबैक में खुदरा निवेशकों के लिए 15 फीसद रिजर्व होगा। जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी की ओर से 3.64 करोड़ शेयर्स का बायबैंक किया जाएगा। वहीं, खुदरा निवेशकों के 54.5 लाख शेयर्स बायबैंक होंगे। खुदरा निवेशकों के पास एचसीएल टेक के तीन करोड़ शेयर्स हैं। इस हिसाब से कंपनी के शेयर बायबैंक में खुदरा निवेशकों के लिए एक्सेप्टेंस रेश्यो 18.1 फीसद होगा।
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2018 में अबतक एचसीएलटेक के शेयर्स में 13 फीसद तक की तेजी दर्ज की जा चुकी है। एचसीएल टेक का यह ऑफर टीसीएस के 16,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक प्रोग्राम के बाद पेश किया गया है। जून महीने में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के निदेशक मंडल ने शेयर बायबैक योजना को मंजूरी दे दी थी।
क्या होता है शेयर बायबैक?
बायबैक एक निर्धारित समय में पूरी की जाने वाली एक प्रक्रिया है जिसमें निवेशकों के अतिरिक्त शेयरों को अपने सरप्लस का इस्तेमाल कर खुले बाजार से खरीदा जाता है। ये शेयर बाजार मूल्य या उससे ज्यादा कीमत पर खरीदे जाते हैं, हालांकि इसें एक शर्त शामिल होती है कि यह मैक्सिमम बायबैक से ज्यादा नहीं हो सकता है।
कंपनियां क्यों करती हैं बायबैक?
कंपनियां प्रीमियम पर शेयर्स की खरीद कर बाजार में इनकी संख्या को कम करती है और शेयर की कीमत को स्थिर करने का प्रयास करती हैं। इससे कंपनियों के वित्तीय अनुपात में भी सुधार आता है। इतना ही नहीं बायबैक करने के बायबैक से कंपनी में प्रमोटर की हिस्सेदारी बढ़ती है और किसी भी टेकओवर के खतरे को टाला जा सकता है।