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हुडको और NBCC में 10 फीसद हिस्सेदारी बेचने की तैयारी, NTPC से भी तीन फीसद हिस्सेदारी घटाएगी सरकार

सरकार की योजना एनबीसीसी, हुडको और एनटीपीसी की हिस्सेदारी बेचकर 5,900 करोड़ रुपये जुटाने की है।

By Abhishek ParasharEdited By: Published: Thu, 26 Jul 2018 04:03 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jul 2018 06:54 PM (IST)
हुडको और NBCC में 10 फीसद हिस्सेदारी बेचने की तैयारी, NTPC से भी तीन फीसद हिस्सेदारी घटाएगी सरकार

मौजूदा वित्त वर्ष के लिए तय किए गए 80,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार हुडको और एनबीसीसी के साथ एनटीपीसी में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है।

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सरकार की योजना हुडको और एनबीसीसी में 10 फीसद तक हिस्सेदारी बेचने की है जबकि एनटीपीसी में ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) की मदद से उसकी योजना तीन फीसद हिस्सेदारी कम करने की है। सरकार को इन कंपनियों की हिस्सेदारी बिक्री से करीब 5,900 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।

सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्रालय इस बिक्री को अंजाम देने के लिए जल्द ही आवेदन प्रस्ताव (आरएफपी) जारी करेगा ताकि हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया के लिए मर्चेंट बैंकर्स की नियुक्ति की जा सके।

सूत्रों के मुताबिक, 'मंत्रिमंडल ने एनबीसीसी और हुडको में 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचे जाने की मंजूरी दे दी है। इस हिस्सेदारी को एकमुश्त बेचा जाएगा या नहीं, यह निवेशकों से मिली प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।'

मौजूदा बाजार कीमत के आधार पर हुडको और एनबीसीसी की दस फीसद हिस्सेदारी की बिक्री से सरकार को क्रमश: 1,000 करोड़ और 1,200 करोड़ रुपये मिलेंगे। वहीं एनटीपीसी की तीन फीसद हिस्सेदारी बिक्री से सरकार को करीब 3,700 करोड़ रुपये की आमदनी होगी।

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल पहले ही एनटीपीसी में 10 फीसद हिस्सेदारी बेचे जाने की योजना को मंजूरी दे चुका है, जिसमें से सात फीसद हिस्सेदारी पिछले साल बेची गई थी। इससे सरकार को 9,100 करोड़ रुपये मिले थे। एनटीपीसी में सरकार की हिस्सेदारी 61.71 फीसद है।

बाजार की स्थिति से तय होगी बिक्री सूत्रों के मुताबिक बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही बिक्री को अंजाम दिया जाएगा। गौरतलब है कि हुडको के आईपीओ को निवेशकों की तरफ से शानदार प्रतिक्रिया मिली थी और यह करीब 80 गुणा सब्सक्राइब हुआ था।

बीएसई में हुडको का शेयर गुरुवार को मामूली 0.47 फीसद की कमजोरी के साथ 25 पैसे टूटकर 52.95 रुपये पर बंद हुआ। बीएसई में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 10,600 करोड़ रुपये है। हुडको में सरकार की 89.81 फीसद हिस्सेदारी है।

वहीं अक्टूबर 2016 में एनबीसीसी में 15 फीसद हिस्सेदारी बेच चुकी सरकार की इस कंपनी में 73.69 फीसद हिस्सेदारी बची हई है। 2016 में एनबीसीसी की हिस्सेदारी बिक्री से सरकार को करीब 2,200 करोड़ रुपये मिले थे।

बीएसई में एनबीसीसी इंडिया का शेयर गुरुवार को मामूली 0.30 फीसद की उछाल के साथ 20 पैसे उछलकर 67.45 रुपये पर बंद हुआ। गौरतलब है कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 80,000 करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य रखा है और अभी तक इस खाते में महज 9,000 करोड़ रुपये ही जुटाए जा सके हैं।

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