अप्रैल महीने में जेम्स एंड ज्वैलरी के निर्यात में आई गिरावट, यह रही वजह
भारत का जेम्स एंड ज्वैलरी निर्यात 22 फीसद की गिरावट के साथ 2.6 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत के जेम्स एंड ज्वैलरी निर्यात में अप्रैल महीने में गिरावट दर्ज की गई है। इस सेग्मेंट का निर्यात 22 फीसद की गिरावट के साथ 2.6 बिलियन डॉलर के स्तर पर आ गया है। गिरावट का मुख्य कारण यूएई सहित कई बड़े देशों में मांग में आई कमी है। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (जीजेईपीसी) का कहना है कि अप्रैल 2017 में निर्यात 3.31 बिलियन डॉलर के स्तर पर रहा था। इस सेक्टर के बड़े गंतव्यों में हॉन्ग कॉन्ग, यूएई और अमेरिका शामिल है। इन तीनों देशों के कुल निर्यात में से 80 फीसद हिस्सेदारी जेम्स एंड ज्वैलरी की है।
जीजेईपीसी के वाइस चेयरमैन कॉलिन शाह के हाल ही में बताया था कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका डायमंड और ज्वैलरी का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है। साथ ही इस क्षेत्र में अपवर्ड ट्रैंड भी देखने को मिल रहा है। जेम्स एंड ज्वैलरी देश की कुल जीडीपी का सात फीसद हिस्सा रखती है और 15 फीसद मर्चेंडाइस निर्यात की हिस्सेदारी है।
अप्रैल महीने के दौरान जो शिपमेंट में गिरावट आई है उसका मुख्य कारण सिल्वर, ज्वैलरी, गोल्ड मैडेलियन और सिक्कों के निर्यात में आई नकारात्मक वृद्धि है। उद्योग ने मर्चेंडाइस एक्सपोर्ट्स फ्रॉम इंडिया स्कीम (एमईआईएस) के तहत इंसेंटिव्स बढ़ाने की भी मांग की है ताकि शिपमेंट्स को बढ़ावा दिया जा सके।
डेटा के मुताबिक अप्रैल में सिल्वर ज्वैलरी की शिपमेंट 95.5 फीसद की गिरावट के साथ 34.19 मिलियन के स्तर पर आ गई है। साथ ही समीक्षाधीन अवधि के दौरान गोल्ड मैडेलियन और सिक्कों के में निर्यात 87.6 फीसद की कमजोरी देखने को मिली। हालांकि, इक दौरान गोल्ड ज्वैलरी का शिपमेंट 49 फीसद बढ़कर 913 मिलियन डॉलर हो गई। इस तरह कट और पॉलिश्ड डायमंड्स की शिपमेंट भी अप्रैल में 14 फीसद बढ़ी है।