FY18 की मार्च तिमाही में ग्रोथ रेट के 7.5 फीसद रहने का अनुमान, गुरुवार को आएगा GDP डेटा
गुरुवार को शाम तक जनवरी से मार्च तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी किए जाने हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) में जीडीपी ग्रोथ 7.3 से 7.5 फीसद रह सकती है। यह जानकारी आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने दी है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि गुरुवार को शाम 5:30 बजे जीडीपी डेटा जारी किए जाएंगे। गर्ग ने कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 (31 मार्च को खत्म हुए) में जीडीपी ग्रोथ के 6.7 फीसद रहने का अनुमान है।
चालू वित्त वर्ष जीडीपी के बेहतर रहने का अनुमान लगा चुकी हैं एजेंसियां: इससे पहले काफी सारे संगठन, संस्थान और एजेंसियां चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी के बेहतर रहने का अनुमान जता चुकी हैं। हाल ही में केयर रेटिंग्स ने अनुमान लगाया था कि उद्योग एवं कृषि के अच्छे प्रदर्शन की बदौलत चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था बढ़कर 7.5 फीसद रह सकती है। केयर रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा था, ‘‘हम 2018-19 में जीडीपी में 7.5 फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं। ये ग्रोथ रेट सरकारी व्यय के समर्थन के साथ अनुकूल मानसून, इंवेस्टमेंट में तेजी तथा निजी क्षेत्र के खर्च पर निर्भर करेगी।’’ रिपोर्ट में यह माना गया है कि कच्चा तेल मौजूदा 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर नहीं जाएगा।
अक्टूबर-दिसंबर में 7.2 फीसद रही थी जीडीपी: वित्त वर्ष 2017-18 की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसद रही, जो कि पिछली तिमाही में 6.3 फीसद रही थी। विकास दर में बढ़ोतरी के बाद सरकार ने वित्त वर्ष 2018 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.6 फीसद दिया था जो पहले 6.5 फीसद तय था।