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OIL इंडिया करेगी 1,085 करोड़ रुपये का शेयर बॉय बैक, विनिवेश लक्ष्य पूरा करने की तैयारी

80,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य में सरकार अभी तक पीएसयू की हिस्सेदारी बिक्री से 15,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।

By Abhishek ParasharEdited By: Published: Fri, 23 Nov 2018 05:41 PM (IST)Updated: Fri, 23 Nov 2018 06:31 PM (IST)
OIL इंडिया करेगी 1,085 करोड़ रुपये का शेयर बॉय बैक, विनिवेश लक्ष्य पूरा करने की तैयारी

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सरकार के राजस्व लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में ऑयल इंडिया (ओआईएल) 5.04 करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद (बॉय बैक) करेगी। कंपनी की यह पुनर्खरीद योजना 1,085 करोड़ रुपये की होगी। गौरतलब है कि सरकार नकदी के ढेर पर बैठी सरकारी कंपनियों से ऊंचे लाभांश देने या फिर शेयर बॉय बैक के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं ताकि चालू वित्त वर्ष के लिए विनिवेश लक्ष्य को पूरा किया जा सके। ऑयल इंडिया में सरकार की 66.13 फीसद हिस्सेदारी है।

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स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया है कि निदेशक मंडल ने इस बॉय बैक की मंजूरी दे दी है, जिसके तहत वह 10 फीसद की सीमा के भीतर पूरी तरह से पेड अप इक्विटी की वापस खरीदारी करेगी। देश की दूसरी बड़ी सरकारी तेल कंपनी के पास करीब 20,000 करोड़ रुपये का सरप्लस है।

गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में कंपनी का शेयर 218.78 पर बंद हुआ। केंद्र सरकारी कंपनियों मसलन कोल इंडिया और बीएचईएल के शेयर बॉय बैक से न्यूनतम 5,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

ऑयल इंडिया के अलावा करीब आधे दर्जन से अधिक केंद्रीय उपक्रम शेयरों के बॉय बैक की घोषणा कर चुकी है। अभी तक एनएचपीसी, बीएचईएल, नाल्को, एनएलसी, कोचिन शिपयार्ड और केआईओसीएल जैसी कंपनियां शेयरों के बॉय बैक की घोषणा कर चुकी है। इन कंपनियों के शेयर बॉय बैक से सरकार को 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम मिलने की उम्मीद है।

केंद्र सरकार ने इस साल विनिवेश के जरिए 80,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार नकदी के ढेर पर बैठी केंद्रीय उपक्रमों को शेयरों के बॉय बैक के लिए कह रही है।

जिन सरकारी कंपनियों की कुल कीमत कम से कम 2,000 करोड़ रुपये और जिनके पास 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का कैश बैलेंस है, उन्हें अनिवार्य तौर पर बॉय बैक करना है। 80,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य में सरकार अभी तक पीएसयू की हिस्सेदारी बिक्री से 15,000 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।

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