यूलिप एक सुविधाजनक विकल्प
यूनिट लिंक्ड यूनिट प्लान (यूलिप) दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सुविधाजनक विकल्प हैं। इनके जरिये इक्विटी बाजार में मध्यम से लेकर दीर्घकाल तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है। इससे उस अवधि के दौरान बीमा कवर भी प्राप्त होता है। अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने के साथ ही दीर्घकालि
यूनिट लिंक्ड यूनिट प्लान (यूलिप) दीर्घकालिक निवेशकों के लिए सुविधाजनक विकल्प हैं। इनके जरिये इक्विटी बाजार में मध्यम से लेकर दीर्घकाल तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है। इससे उस अवधि के दौरान बीमा कवर भी प्राप्त होता है।
अर्थव्यवस्था के पटरी पर आने के साथ ही दीर्घकालिक निवेशकों को इक्विटी में निवेश पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। यूनिट लिंक्ड यूनिट प्लान (यूलिप) इस मामले में सुविधाजनक विकल्प हैं। इनके जरिये इक्विटी बाजार में मध्यम से लेकर दीर्घकाल तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है। इससे उस अवधि के दौरान बीमा कवर भी प्राप्त होता है। यूलिप बचत मूलक बीमा पॉलिसियां हैं। आपके प्रीमियम ऐसे फंडों में निवेश होते हैं, जिनका चुनाव अपनी जोखिम क्षमता के मुताबिक आप खुद करते हैं। यदि आप दीर्घकालिक निवेशक हैं और बाजार की रोज की उथल-पुथल से अपनी नींद खराब नहीं करना चाहते तो इक्विटी फंड आपको मुनासिब बैठेंगे। यदि पैसे में बिना जोखिम के निश्चित बढ़ोतरी चाहते हैं तो डेट फंड बेहतर रहेंगे। आपका बीमाकर्ता बीमा कवर व बीमा संचालन से संबंधित शुल्क समय-समय पर काटता रहेगा। जब पॉलिसी मेच्योर होगी आपको एनएवी के आधार पर फंड का पैसा मिल जाएगा।
यूलिप लेते समय रखें ध्यान:
बीमा कवर:
यूलिप में ऑफर किए गए बीमा कवरेज का मूल्यांकन करें। सुनिश्चित करें कि यह पर्याप्त है, इससे टैक्स की बचत होगी और आपकी अनुपस्थिति में आपके परिवार का पर्याप्त पैसा मिलेगा।
तमाम शुल्क:
लागत का विश्लेषण करें। प्रीमियम आवंटन शुल्क, पॉलिसी प्रशासन शुल्क, फंड प्रबंधन शुल्क, मॉर्टलिटी शुल्क व सरेंडर शुल्क की तुलना करें।
लाभ विवरण:
बीमा कंपनियों यूलिप बेचते समय आपको कस्टमाइज्ड बेनेफिट विवरण देती हैं। इसमें शुल्कों व मेच्योरिटी वैल्यू का ब्योरा होता है। इसे अच्छी तरह समझें, ताकि लाभों के बारे में कोई गफलत न रहे।
आवश्यकता आधारित समाधान:
अनेक बीमा कंपनियां विशिष्ट लक्ष्यों के साथ यूलिप लेकर आई हैं। इस प्रकार के कुछ उत्पाद इस प्रकार है :
चाइल्ड प्लान:
ये यूलिप बच्चों के भविष्य से संबंधित दीर्घकालिक लक्ष्यों को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं। इनमें 'प्रीमियम छूट' की अनोखी व्यवस्था होती है। इससे हर हाल में बच्चों के लिए तय लक्ष्य पूरे करने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए सुरेश ने 15 साल का प्लान बच्चे को विदेश में उच्च शिक्षा के लिए भेजने के लिए खरीदा। इसके लिए उसने सालाना एक लाख रुपये अदा किए। दुर्भाग्य से सुरेश की पांचवे साल में मौत हो जाती है। ऐसी दशा में बीमाकर्ता बाकी के दस प्रीमियम (10 लाख रुपये) खुद अदा करेगा और फंड बढ़ता रहेगा और एक दिन बच्चे के बारे में सुरेश के देखे सपने को पूरा करेगा।
रिटायरमेंट के लिए बचत:
पेंशन उत्पादों के विस्तृत अध्ययन के बाद नियामक ने इन उत्पादों में पूंजी की सुरक्षा की गारंटी की व्यवस्था की है। यूलिप में ये लाभ शामिल हैं।
कर संबंधी लाभ:
यूलिप के लिए अदा प्रीमियम पर आपको धारा 80 सी के तहत टैक्स डिडक्शन की सुविधा मिलेगी। नॉमिनी के लिए मृत्यु लाभ (डेथ बेनेफिट) यूलिप में टैक्स फ्री है। यदि बीमा कवर प्रीमियम का दस गुना या अधिक है तो आपको मिलने वाला मेच्योरिटी लाभ भी करमुक्त है।
यदि आप जागरूक निवेशक हैं, तो डेट से इक्विटी या इक्विटी से डेट में जाने के लिए आप यूलिप के तहत 'स्विचिंग' सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। अन्य वित्तीय उपकरणों से अलग स्विचिंग से प्राप्त लाभों पर टैक्स की गणना नहीं होती। लेकिन आयकर के नियम यहां भी काम करते हैं। इसलिए अपने कर सलाहकार से राय भी अवश्य ले लें।
तरलता:
यूलिप का उपयोग दीर्घकालिक बचत में हो यह सुनिश्चित करने के लिए इरडा नियमों के तहत पांच साल का लॉक-इन पीरियड रखा गया है। इस अवधि के बाद यूलिप का नकदीकरण आसान है। जरूरत पड़ने पर आंशिक निकासी के तहत निवेशक अपने निवेश का कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं।
यूलिप को बीच में बंद करने की स्थिति में लगने वाले शुल्क पर भी नियामक ने सीमा लगा रखी है। इससे इसे सरेंडर करना ज्यादा कठिन नहीं रहा, मगर यूलिप को चलाना ही समझदारी है।
सहूलियत:
यूलिप एक ही उत्पाद में बीमा और निवेश का मेल है। इसके अलावा आप अपना प्रीमियम कई तरह के डेट व इक्विटी फंडों में आवंटित कर सकते हैं। इस तरह आपको अलग-अलग उत्पादों में पैसा लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
इंटरनेट आने के बाद से बड़ी सुविधा हो गई है। बीमा कंपनियों ने इंटरनेट पर ऑनलाइन यूलिप खरीदने के इंतजाम कर दिए हैं। यह आसान है। और अंत में, आप कह सकते हैं कि विभिन्न उत्पादों को अलग से भी खरीदा जा सकता है। लेकिन यूलिप के तहत इन्हें एक ही छत के नीचे एक साथ एक समय में खरीदने की सुविधा का कोई जवाब है? यूलिप खरीदना स्मार्ट फोन खरीदने जैसा है, जिसके बाद हैंडसेट, वॉकमैन, वीडियोप्लेयर अलग-अलग खरीदने की जरूरत नहीं रहती।
श्रीनिवासन पार्थसारथी
चीफ एक्चुअरी एंड एप्वाइंटेड एक्चुअरी, एचडीएफसी लाइफ