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अमेरिकी दरों में वृद्धि का नहीं होगा असर

जी एसटी के पारित होने की संभावनाएं कम होने और वैश्विक बाजारों में हुई उथल-पुथल के चलते घरेलू शेयर बाजारों के सूचकांक इस सप्ताह दो फीसद से अधिक गिर कर बंद हुए। अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों में लगातार हो रहे सुधार से अब यह तय हो गया है कि फेडरल

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 14 Dec 2015 11:08 AM (IST)Updated: Mon, 14 Dec 2015 11:22 AM (IST)
अमेरिकी दरों में वृद्धि का नहीं होगा असर

जी एसटी के पारित होने की संभावनाएं कम होने और वैश्विक बाजारों में हुई उथल-पुथल के चलते घरेलू शेयर बाजारों के सूचकांक इस सप्ताह दो फीसद से अधिक गिर कर बंद हुए। अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों में लगातार हो रहे सुधार से अब यह तय हो गया है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में वृद्धि के रास्ते बढ़ेगा। बुधवार को अमेरिका में ब्याज दरों में 25 आधार अंकों (0.25 फीसद) की वृद्धि की घोषणा का अनुमान लगाया जा रहा है। हमारा मानना है कि बाजार पर दरों में इस वृद्धि के फैसले का बहुत अधिक असर नहीं होगा, जो सप्ताह के अंत तक समाप्त हो जाएगा।

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भविष्य में भी अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि की रफ्तार बहुत तेज रहने की उम्मीद नहीं है। फेडरल रिजर्व के लिए अगला कदम उठाने से पहले महंगाई और बेरोजगारी के आंकड़ों को ध्यान में रखना जरूरी होगा। एक तरफ फेड रिजर्व अपनी नीति को सामान्य बनाने की दिशा में ले जा रहा है तो दूसरी तरफ यूरोप के केंद्रीय बैैंक, जापान और चीन में मौद्रिक विस्तार की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इसलिए फेड के ब्याज दर में वृद्धि के फैसले के बावजूद बाजार में लिक्विडिटी की कमी होने की आशंका नहीं है। इस परिदृश्य में पूरा फोकस अमेरिका के बजाय यूरोप पर होने की उम्मीद बढ़ गई है।

जहां तक अर्थव्यवस्था के आंकड़ों का सवाल है, सोमवार को थोक महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। अभी भी इनके नेगेटिव में ही बने रहने की उम्मीद है। इसी दिन खुदरा महंगाई के आंकड़े भी आएंगे जिसमें मामूली वृद्धि हो सकती है। सोमवार को ही विदेश व्यापार के आंकड़े भी आएंगे। मंगलवार को अग्रिम कर के आंकड़े आएंगे। इनसे तीसरी तिमाही में कंपनियों के प्रदर्शन के संकेत मिलेंगे।

सरकार ने कोल्ड रोल्ड स्टील उत्पादों पर अगले पांच साल के लिए एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाई है। ड्यूटी चीन, अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, थाइलैंड और ताइवान से होने वाले आयात पर लगाई गई है। सबसे ज्यादा ड्यूटी चीन से होने वाले आयात पर रहेगी। इसका सकारात्मक असर घरेलू स्टील उत्पादक कंपनियों पर होगा। सरकार के इस फैसले का असर स्टील कंपनियों के शेयरों पर देखा जा सकेगा।

जहां तक दुनिया भर से मिलने वाले संकेतों का सवाल है तो सोमवार को यूरोजोन के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े आएंगे। यूरोजोन से इकोनॉमिक सेंटीमेंट के आंकड़े मंगलवार को जारी होंगे। गुरुवार को बैंक ऑफ जापान मौद्रिक नीति की समीक्षा करेगा।

संदीप पारवाल

एमडी, एसपीए कैपिटल्स


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