बेहतर रिटर्न के लिए बदलें बचत की दिशा
देश के वित्तीय क्षेत्र को आप कैसे देख रहे हैं और इसके भविष्य के बारे में आपका क्या ख्याल है? देखिए, आज की स्थिति में वित्तीय क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं। सरकार ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) की सीमा बढ़ा दी है। इससे बीमा क्षेत्र के
देश के वित्तीय क्षेत्र को आप कैसे देख रहे हैं और इसके भविष्य के बारे में आपका क्या ख्याल है?
देखिए, आज की स्थिति में वित्तीय क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं। सरकार ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) की सीमा बढ़ा दी है। इससे बीमा क्षेत्र के विकास के रास्ते खुले हैं। स्वास्थ्य बीमा हम सबकी बुनियादी जरूरत बन चुका है। इलाज महंगा होता जा रहा है। इसलिए बिना हेल्थ बीमा लिए आम लोगों के लिए इलाज का खर्च उठाना मुश्किल हो रहा है। इसी तरह म्यूचुअल फंड की रफ्तार भी अब बढ़ती दिख रही है। यह वेल्थ क्रिएशन के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प के रूप में माना जाता है।
इन सभी क्षेत्रों का अब तक का सफर देखें तो क्या अपेक्षित रफ्तार मिल पाई है?
इन सभी क्षेत्रों के तेज रफ्तार के लिए जरूरी है कि लोगों में जागरूकता आए। इतने बड़े देश में अभी भी बीमा की पैठ मात्र तीन से चार फीसद ही हुई है। हेल्थ बीमा को लेकर भी अभी उतनी जागरूकता नहीं है। जहां तक म्यूचुअल फंड का सवाल है, लोग अभी भी अपनी बचत को निवेश करने के बजाय बैंक में रखना पसंद करते हैं। करीब 80 लाख करोड़ रुपये बैंक के बचत खातों में हैं, जबकि म्यूचुअल फंडों के पास 12 लाख करोड़ रुपये की ही राशि है। सब जानते हैैं कि लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड रिटर्न के लिहाज से बेहतर विकल्प है। लेकिन अब समय बदल रहा है। केंद्र में नई सरकार है। नए तरीके के प्रयास हो रहे हैं। इसलिए अगले दस साल विकास की रफ्तार तेज रहनी चाहिए।
लोगों में किस तरह की जागरूकता पैदा करने की बात कर रहे हैं आप?
सबसे पहले तो हमें लोगों में अपने वित्तीय लक्ष्य तय करने की आदत डालनी होगी। जब तक लोग वित्तीय लक्ष्य तय नहीं करेंगे, उन्हें व्यवस्थित रूप से बचत की आदत नहीं पड़ेगी। लोगों के चार बड़े वित्तीय लक्ष्य होते हैं जीवन के। पहला बच्चों की उच्च शिक्षा, दूसरा उनकी शादी, सेवानिवृत्ति के बाद अपना सुरक्षित जीवन-यापन व चौथा अपना घर। कायदे से लोगों को कमाना शुरू करने के बाद इस तरफ सोचना शुरू कर देना चाहिए।
बजाज कैपिटल लोगों के इन लक्ष्यों की पूर्ति में कैसे सहयोग देती है?
देखिए, हम 120 शहरों में करीब 200 दफ्तरों व 3,200 कर्मचारियों के साथ मौजूद हैं। अगले पांच साल में छोटे-बड़े सभी शहरों में हमारे आफिसों की संख्या 500 हो जाएगी। करीब साढ़े तीन लाख परिवार हमारे ग्राहक पहले से ही हैं। इन सभी लोगों को वित्तीय सलाह प्रदान करते हैं, ताकि वे अपनी बचत का बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकें। हम रीयल एस्टेट, गोल्ड, म्यूचुअल फंड, जीवन बीमा, हेल्थ बीमा, बांड व डिबेंचर में निवेश पर ग्राहकों का मार्गदर्शन करते हैं। हमारा इरादा ग्राहक परिवारों की संख्या को दस लाख तक ले जाना है।
अभी आप निवेश के लिए किन क्षेत्रों को सही मान रहे हैं?
देखिए, शेयर बाजार को छोड़ दें तो लोगों के लिए अपनी बचत अभी बैंक में रखने के बजाय कॉरपोरेट बांड में निवेश का विकल्प चुनना ज्यादा बेहतर रहेगा। इनमें ब्याज की दर एफडी से भी अधिक मिलती है। अलबत्ता इससे होने वाली आय टैक्स के दायरे में आता है। इसके बावजूद इनमें ज्यादा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन इन बांडों में निवेश करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हीं में निवेश किया जाए जिनकी रेटिंग काफी ऊंची हो। कम से कम एए रेटिंग वाले बांडों में भी निवेश करना समझदारी है। साथ ही, पूरी बचत निवेश के एक ही विकल्प में नहीं डालनी चाहिए। एक कंपनी में निवेश योग्य राशि का केवल दस फीसद ही निवेश करना चाहिए।
अनिल कुमार चोपड़ा
ग्रुप सीईओ व डायरेक्टर,
बजाज कैपिटल्स