बाजार में दिख सकती है मुनाफावसूली
संसद में बजट पेश होने के बाद लगातार चार सत्रों में दलाल स्ट्रीट में तेजी आई। इससे बीते हफ्ते प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज छह फीसद की बढ़त के साथ बंद हुए। यह अच्छा है कि राजकोषीय मजबूती की दिशा में बढ़ते हुए सरकार का जोर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जान फूंकने पर है।
संसद में बजट पेश होने के बाद लगातार चार सत्रों में दलाल स्ट्रीट में तेजी आई। इससे बीते हफ्ते प्रमुख
स्टॉक एक्सचेंज छह फीसद की बढ़त के साथ बंद हुए। यह अच्छा है कि राजकोषीय मजबूती की दिशा में बढ़ते हुए सरकार का जोर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जान फूंकने पर है। खासतौर से तब जब बीते चार फसल सत्रों में उत्पादन अच्छा नहीं रहा है। इसके अलावा सड़क और रेलवे में निवेश को बढ़ाया गया है। यह दिखाता है कि निवेश का माहौल सुधारने की दिशा में सरकार के प्रयास जारी हैं।
बीते हफ्ते की तेजी के बाद इस हफ्ते बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। चीन को छोड़ एशियाई बाजारों में विदेशी पूंजी प्रवाह दोबारा बढ़ा है। बीते सात कारोबारी सत्रों में इन बाजारों में तीन अरब डॉलर आए। निवेशकों की नजर गुरुवार को होने वाली यूरोपीयन सेंट्रल बैंक की बैठक पर है। बीते हफ्ते घोषित कमजोर पीएमआइ आंकड़ों को देखते हुए वह क्वांटिटेटिव ईजिंग प्रोग्राम को बढ़ाने पर विचार कर सकता है। सरकारी बैंकों की स्थिति में सुधार हो सकता है। रिजर्व बैंक ने बैंकों को टियर-2 पूंजी की जगह कॉमन इक्विटी टियर-1 पूंजी के रूप में तीन कोर बैलेंसशीट आइटम की पहचान करने की अनुमति दी है। बेसिल-3 पूंजी जरूरतों को पूरा
करने के लिए बैंकों की मदद की खातिर यह फैसला किया गया है। एसबीआइ, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और इंडियन बैंक को इससे ज्यादा फायदा हो सकता है। शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन से जुड़े आंकड़े आने हैं।
लगातार दो माह में गिरावट के बाद जनवरी 2016 में इसमें वृद्धि की उम्मीद है। अधिक प्रमोटर शेयरहोल्डिंग वाली कई कंपनियों को इस माह लाभांश घोषित करने की जल्दी होगी। वजह यह है कि अप्रैल से दस लाख रुपये से ज्यादा की प्राप्त कमाई पर 10 फीसद अतिरिक्त टैक्स लगेगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन में 16 मार्च तक प्लीनेरी सेशन चलेगा।
संदीप पारवाल एमडी
एसपीए कैपिटल्स