IPO Investment Process: बेहद आसानी से कर सकते हैं IPO में इनवेस्टमेंट, जानें निवेश करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में
आप भी इन कंपनियों के IPO में निवेश करके काफी अच्छा पैसा बना सकते हैं। हलांकि कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि कई सारे लोगों को IPO में निवेश करने का सही तरीका नहीं पता होता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। मौजूदा समय में IPO मार्केट में काफी शानदार तेजी देखने को मिल रही है। पिछले कुछ वक्त में Nykaa, Policybazaar, Sigachi और Fino Payment Bank समेत कई सारी कंपनियों के IPO मार्केट में लॉन्च हुए है। इसके अलावा Paytm और Adani Wilmar सहित कई सारी कंपनियों के IPO लॉन्च हो रहे हैं। ऐसा अनुमान है कि इन IPO के जरिए कंपनियां एक बड़ी धनराशि जुटाने जा रही हैं। यह धनराशि साल 2017 में IPO के जरिए जुटाई गई पूंजी से ज्यादा होगी।
आप भी इन कंपनियों के IPO में निवेश करके काफी अच्छा पैसा बना सकते हैं। हालांकि, कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि कई सारे लोगों को IPO में निवेश करने का सही तरीका नहीं पता होता है। आइए जानते हैं कि किसी IPO में आप किस तरह से पैसा लगा सकते हैं।
क्या होता है IPO
IPO का पूरा नाम Initial Public Offering होता है। इसके जरिए ही कोई कंपनी पहली बार निवेशकों को अपने शेयरों में पैसा लगाने के लिए आमंत्रित करती है। कंपनियां अपने अलग-अलग तरह के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए IPO लॉन्च करती हैं।
कैसे लगा सकते हैं इसमें पैसा
IPO में पैसा लगाने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट, बैंक खाते से जुड़ा मोबाइल नंबर और यूपीआइ आइडी का होना जरूरी है। इसके बाद आपको ब्रोकर के ट्रेडिंग ऐप या मोबाइल एप्लिकेशन में लॉग इन करके चल रहे IPO सेक्शन में जाना होगा। इसके बाद आपको आवेदन करने के लिए निवेशक प्रकार और IPO का चयन करना होगा। इसके बाद आपको शेयरों की संख्या और बोली मूल्य को दर्ज करना होगा साथ ही आपको अपनी UPI आईडी को भी दर्ज करना होगा।
सभी आवश्यक जानकारियां दर्ज करके आवेदन जमा करने के बाद, अनुमोदन के लिए यूपीआई आवेदन पर मैंडेट अप्रूवल भेजा जाता है। इसके बाद आवेदक को UPI एप्लिकेशन में लॉग इन करना होता है और मैंडेट अनुरोध को स्वीकार करना होता है। एक बार इसे स्वीकार करने के बाद, आईपीओ की राशि ब्लॉक हो जाती है।
अगर आवंटन के वक्त यदि कोई शेयर आवंटित नहीं किया जाता है, तो पूरी ब्लॉक राशि अनब्लॉक हो जाती है। यदि आंशिक आवंटन होता है, तो आवश्यक राशि बैंक खाते से डेबिट कर दी जाती है और शेष राशि अनब्लॉक हो जाती है। यदि आवेदक को उन सभी शेयरों का आवंटन किया जाता है, जिनके लिए आवेदन किया गया था, तो पूरी राशि डेबिट कर दी जाती है।