नए साल में नई शुरुआत करेगा बाजार
साल के आरंभ में तेज आर्थिक विकास दर की उम्मीद के साथ शुरुआत करने वाले शेयर बाजार साल के अंत होते होते अपनी सारी तेजी खो बैठा। सूचकांकों में साल के अपने उच्चतम स्तर से करीब 15 फीसद की गिरावट आई है। हमारा मानना है कि भविष्य में अर्थव्यवस्था में
साल के आरंभ में तेज आर्थिक विकास दर की उम्मीद के साथ शुरुआत करने वाले शेयर बाजार साल के अंत होते होते अपनी सारी तेजी खो बैठा। सूचकांकों में साल के अपने उच्चतम स्तर से करीब 15 फीसद की गिरावट आई है। हमारा मानना है कि भविष्य में अर्थव्यवस्था में धीरे धीरे सुधार की उम्मीद है क्योंकि सरकार इसके प्रयासों में जुटी है। दीर्घकालिक आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए कई आर्थिक सुधारों पर काम चल रहा है। इनमें सड़क और रेल पर सरकारी खर्च में वृद्धि, कई क्षेत्रों के लिए एफडीआइ नीति को उदार बनाना, परियोजनाओं को त्वरित मंजूरी जैसे कई सुधार शामिल हैैं। सुधारों की यह गति अगले साल भी जारी रहने की
उम्मीद है।
बीता सप्ताह भी संसद में सरकारी कामकाज के हिसाब से व्यर्थ गया। कांग्र्रेस समेत तमाम विपक्ष के शोर शराबे के चलते सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद से पारित नहीं करा सकी। रिजर्व बैैंक ने फाइनेंशियल स्टेबिलिटी पर अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बैैंकिंग सेक्टर के लिए बीते छह महीने में जोखिम बढ़े हैैं। बैैंकों के कर्ज की गुणवत्ता में गिरावट देखी जा रही है। बैैंकों का मुनाफा कम होने की आशंका है। आयरन एंड स्टील, कंस्ट्रक्शन और पावर सेक्टर पर दबाव को लेकर भी रिजर्व बैैंक ने चिंता जाहिर की है।
हमारा मानना है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह निवेश का यह सुनहरा मौका है। शेयरों की कीमतें तुलनात्मक दृष्टि से काफी कम हैैं और भविष्य में कंपनियों के तिमाही नतीजों में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। इस बृहस्पतिवार को बुनियादी ढांचागत उद्योगों के नवंबर के आंकड़े आएंगे, जिनमें 2.61 फीसद वृद्धि की संभावना व्यक्त की जा रही है। शुक्रवार को विदेशी मुद्रा भंडार के आंकड़े जारी होंगे। वीएसएफ की कीमतों में 15 फीसद से अधिक की गिरावट के बाद ग्र्रासिम के शेयरों पर दबाव बनेगा।
वैश्विक स्तर पर इस सप्ताह जापान से आइआइपी और रिटेल सेल्स के आंकड़े आएंगे। यूरो जोन से कर्ज के आंकड़े और अमेरिका से होम सेल्स के आंकड़े भी इसी सप्ताह जारी होंगे।
संदीप पारवाल, एमडी
एसपीए कैपिटल्स