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इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद भी उसे कैंसिल कर सकते हैं आप, मिलती है ये सुविधा

इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद लेने के बाद अगर आपको लगता है कि वो पॉलिसी गलत है तो आप उसे डॉक्यूमेंट मिलने के अगले 15 दिनों के भीतर कैंसिल भी करवा सकते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 04:31 PM (IST)Updated: Wed, 23 May 2018 11:33 AM (IST)
इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद भी उसे कैंसिल कर सकते हैं आप, मिलती है ये सुविधा

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जल्दबाजी में लिया गया कोई भी फैसला ठीक नहीं होता है, फिर वो चाहे इंश्योरेंस पॉलिसी का चयन हो या फिर कुछ और। इंश्योरेंस के मामले में अक्सर ऐसा देखा जाता है कि पॉलिसी के दस्तावेज हाथ में आ जाने के बाद लोगों को अहसास होता है कि उन्होंने गलत पॉलिसी का चयन कर लिया है और उन्हें फलां पॉलिसी नहीं खरीदनी चाहिए थी। हालांकि इस स्थिति से बचने के लिए भी कुछ नियम होते हैं, जिनकी जानकारी रख आप निजात पा सकते हैं। हम अपनी इस खबर में आपको इसी की जानकारी दे रहे हैं।

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अक्सर इंश्योरेंस एजेंट (बीमा एजेंट) या एडवाइजर (सलाहकार) ज्यादा कमीशन कमाने के चलते ग्राहकों को गलत पॉलिसी बेच देते हैं। ऐसे में लोगों के लिए किसी भी बीमा पॉलिसी की खरीद से पहले दो चीजों पर गौर करना जरूरी हो जाता है। आपको पॉलिसी खरीदने से पहले खुद से दो सवाल जरूर पूछने चाहिए।

  • क्या वास्तव में यह आपके लिए जरूरी है?
  • कहीं एजेंट ने कमीशन के चक्कर में तो आपको गलत पॉलिसी नहीं बेच दी है?

आपको मालूम होना चाहिए कि अगर आपने कोई गलत पॉलिसी खरीद ली है या किसी ने आपको गलत पॉलिसी बेच दी है या फिर पॉलिसी के डॉक्यूमेंट हाथ में आने के बाद आपको अहसास हुआ है कि आपने गलत पॉलिसी खरीद ली है तो आप उसे अगले 15 दिनों के भीतर कैंसिल भी करवा सकते हैं।

क्या कहना है एक्सपर्ट का: फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी का मानना है कि अगर आपको फेक या नकली पॉलिसी बेच दी गई है तो इंश्योरेंस कंपनी की शाखा में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। अगर कंपनी आपकी शिकायत पर कोई जवाब नहीं देती है तो ओम्बड्समैन (लोकपाल) या कंज्यूमर कोर्ट में शिकायत लेकर जाएं। वहीं, उन्होंने बताया कि अगर आप फेक या गलत पॉलिसी खरीद से बचना चाहतें है तो कोशिश करें कि फिजिकल फॉर्म को अपने हाथ से भरें। यह एजेंट को न भरने दें। अधिकांश समय जल्दबाजी में एजेंट पॉलिसीधारक की मेडिकल हिस्ट्री छुपा देते हैं। ऐसे में जब भविष्य में आप क्लेम करने जाते हैं तो पॉलिसीधारक को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दूसरा, इस बात का ध्यान रखें कि पॉलिसी खरीदते समय एक ही एजेंट की बातों में न आएं। फाइनेंशियल एडवाइजर से पॉलिसी के लाभ के बारे में पता करें और उसके बाद ही पॉलिसी खरीद का फैसला करें।

क्या होता है फ्री लुक पीरियड: फ्री लुक पीरियड को सरल भाषा में समझें तो यह एक तरह से ई-कॉमर्स कंपनियों की ओर से दी जाने वाली रिप्लेसमेंट गारंटी की तरह होता है। अधिकांश पॉलिसीधारकों को बीमा कंपनियां फ्री लुक पीरियड की सुविधा देती हैं। बीमा नियामक इरडा के निर्देशों के तहत पॉलिसी डॉक्यूमेंट मिलने के 15 दिनों तक फ्री लुक पीरियड होता है। पॉलिसीधारक की ओर से ऑनलाइन या ऑफलाइन पॉलिसी खरीदते ही पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स उसके घर के पते पर भेज दिये जाते हैं। डॉक्यूमेंट के मिलते ही 15 दिन का फ्री लुक पीरियड शुरू हो जाता है। इसमें आप 15 दिनों के भीतर बिना किसी पेनल्टी के वाजिब कारण के साथ इंश्योरेंस पॉलिसी कैंसिल कर सकते हैं।


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