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Year Ender 2020: कोरोना काल में बीमा उद्योग के लिए खुले संभावनाओं के नए द्वार, हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बदली आम जनता की सोच

कोरोना कवरेज से लेकर अन्य तमाम बदलाव कर हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर ने उदाहरण प्रस्तुत किया। इतना तेज बदलाव शायद ही किसी और उद्योग ने किया हो। निश्चित तौर इसमें केंद्र सरकार व बीमा नियामक इरडा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 09:46 PM (IST)Updated: Thu, 31 Dec 2020 07:53 AM (IST)
Year Ender 2020: कोरोना काल में बीमा उद्योग के लिए खुले संभावनाओं के नए द्वार, हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बदली आम जनता की सोच
इस साल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों की प्रीमियम आय में 20 फीसद का इजाफा होगा।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मुश्किल वक्त भी अपने में कई संभावनाएं समेटे रहता है। कोरोना महामारी के संकट के बीच हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 2020 ऐसी ही नई संभावनाओं का साल रहा। कोरोना ने आम जनता के बीच जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा को लेकर सोच बदल दी है। दूसरी ओर कंपनियों ने भी तेजी से नए तरह के बीमा उत्पाद ला कर और तकनीकी को अपना कर मांग पूरा करने की कोशिश की। बदले माहौल में फायदे में रही स्वास्थ्य बीमा सेक्टर की कंपनियों को अगले साल भी कारोबार में अच्छी खासी वृद्धि की उम्मीद है।

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मणिपालसिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर शशांक छापेकर का कहना है कि 2020 में कोरोना से पहले तक लोग स्वास्थ्य बीमा को बहुत जरूरी नहीं मानते थे। अब ऐसा नहीं है। लोगों को यह एहसास हो गया है कि अच्छा खाना व व्यायाम ही स्वस्थ रहने की गारंटी नहीं है। अब लोग अपने और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस को सेफ्टी नेट की तरह मानने लगे हैं। अब यह लोगों की प्राथमिकता में शामिल हो गया है।

आइसीआइसीआइ लोंबार्ड जनरल इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग (क्लेम्स व रीइंश्योरेंस) संजय दत्ता ने कहा, 'कोरोना काल में लोगों ने महसूस किया कि कैसे स्वास्थ्य बीमा नहीं होने से एक पल में जिंदगीभर की कमाई खत्म हो सकती है। दूसरी ओर कंपनियों ने भी डॉक्टर्स ऑन कॉल, टेलीमेडिसीन जैसी सुविधाओं को अपनी पॉलिसियों को जोड़कर आम जनता को और ज्यादा सहूलियत दे दी है। हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए 2021 भी बहुत अच्छा रहेगा।'

गैर जीवन बीमा सेक्टर में स्वास्थ्य बीमा में सबसे ज्यादा विकास देखने को मिला है। विभिन्न रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों की प्रीमियम आय में 20 फीसद का इजाफा होगा। सितंबर, 2020 तक यह ग्रोथ 16 फीसद की थी। कोरोना कवरेज से लेकर अन्य तमाम बदलाव कर हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर ने उदाहरण प्रस्तुत किया। इतना तेज बदलाव शायद ही किसी और उद्योग ने किया हो। निश्चित तौर इसमें केंद्र सरकार व बीमा नियामक इरडा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही।

अभी आधे से ज्यादा लोग स्वास्थ्य बीमा से दूर

2019 के आंकडों के मुताबिक 47 करोड़ लोगों के पास कोई ना कोई हेल्थ इंश्योरेंस था, लेकिन इसमें से आधे से ज्यादा सरकार की तरफ से दी गई बीमा योजना थी। उद्योग के जानकार बताते हैं कि 2021 में इस तस्वीर में बदलाव होगा। देश में 30 कंपनियां इस सेक्टर में है, जिससे प्रतिस्पर्धा भी पर्याप्त है। इसका भी फायदा सेक्टर को मिलेगा।


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