नए कलेवर की पॉलिसियों का इंतजार
जीवन बीमा कंपनियों की मौजूदा पॉलिसियां अगले महीने से नहीं मिल सकेंगी, क्योंकि एक अक्टूबर, 2013 से कंपनियां बीमा नियामक इरडा के नए दिशानिर्देशों के अनुरूप नई पॉलिसियां ला रही हैं। नए निर्देशों के बाद बीमाधारकों को अधिक सरेंडर वैल्यू हासिल होगी और बेहतर बीमा कवर
जीवन बीमा कंपनियों की मौजूदा पॉलिसियां अगले महीने से नहीं मिल सकेंगी, क्योंकि एक अक्टूबर, 2013 से कंपनियां बीमा नियामक इरडा के नए दिशानिर्देशों के अनुरूप नई पॉलिसियां ला रही हैं। नए निर्देशों के बाद बीमाधारकों को अधिक सरेंडर वैल्यू हासिल होगी और बेहतर बीमा कवर मिलेगा। वैसे, इनके लिए अधिक प्रीमियम देना होगा।
दस साल से कम प्रीमियम अवधि वाले उत्पादों में दूसरे साल के बाद और दस साल या इससे अधिक प्रीमियम अवधि वाले उत्पादों में तीसरे साल के बाद एक गारंटीड सरेंडर वैल्यू मिलेगी। इरडा ने उम्र के आधार पर न्यूनतम डेथ बेनिफिट का जिक्र करने के लिए कंपनियों को कहा है। रेगुलर प्रीमियम वाले जीवन बीमा उत्पादों में यदि पॉलिसीधारक की आयु 45 साल से अधिक हो तो यह सालाना प्रीमियम का सात गुना होगा। यदि आयु 45 साल से कम हो तो यह सालाना प्रीमियम का दस गुना या परिपक्वता पर न्यूनतम गारंटीड सम एश्योर्ड या उसकी मृत्यु की तारीख तक भुगतान किए गए सभी प्रीमियम का 105 फीसद होगा। सिंगल प्रीमियम वाले जीवन बीमा उत्पादों में डेथ बेनिफिट 45 साल से अधिक आयु वाले के लिए प्रीमियम का 110 फीसद होगा। इससे कम आयु के लिए यह प्रीमियम का 125 फीसद होगा।
कमीशन में कटौती, ग्राहकों को फायदा
जहां तक एजेंटों के कमीशन का सवाल है, इसे पॉलिसी की अवधि पर आधारित कर दिया गया है। सिंगल प्रीमियम वाली पॉलिसी बेचने पर एजेंट को सिर्फ दो फीसद कमीशन मिलेगा। अगर वह पांच साल की प्रीमियम अवधि वाली पॉलिसी बेचता है तो उसे पहले साल में अधिकतम 15 फीसद कमीशन हासिल होगा। दूसरी ओर अगर वह 12 साल या उससे अधिक प्रीमियम अवधि वाली पॉलिसी बेचता है तो पहले साल में उसे अधिकतम 35 फीसद कमीशन मिल सकेगा। इन सबके बीच देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआइसी) ने एक अक्टूबर से अपने पारंपरिक बीमा उत्पादों के प्रीमियम पर अपने ग्राहकों से सेवा कर वसूलने की तैयारी कर ली है।
नई पॉलिसी नए फायदे
-ग्राहकों को मिलेगा अधिक कवर
-सरेंडर वैल्यू की रकम होगी ज्यादा
-बीमा प्रीमियम हो सकता है महंगा
-एजेंट का कमीशन हो जाएगा कम
-पुरानी पॉलिसी के ग्राहक रहेंगे बेअसर।