मध्य वर्ग की खातिर लाएंगे विशेष पॉलिसी
-जीवन बीमा कारोबार पर नई सरकार का क्या असर पड़ेगा? पिछले पांच वर्षो के दौरान जीवन बीमा कारोबार का आकार देखें तो इसमे कोई खास बदलाव नहीं आया है। महंगाई, नियामक संबंधी दिशानिर्देश, अर्थव्यवस्था की मंदी आदि प्रमुख वजहें रही है। अब नई सरकार का गठन हो चुका है। अर्थव्यवस्था के हर
-जीवन बीमा कारोबार पर नई सरकार का क्या असर पड़ेगा?
पिछले पांच वर्षो के दौरान जीवन बीमा कारोबार का आकार देखें तो इसमे कोई खास बदलाव नहीं आया है। महंगाई, नियामक संबंधी दिशानिर्देश, अर्थव्यवस्था की मंदी आदि प्रमुख वजहें रही है। अब नई सरकार का गठन हो चुका है। अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में उत्साह है। अगर महंगाई में कमी आती है और लोगों के पास पैसे बचते हैं तो इससे ज्यादा लोग जीवन बीमा करवा सकेंगे। जब विकास दर तेज होगी तो निश्चित तौर पर जीवन बीमा पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।
-बाजार में लगातार तेजी है, क्या बीमा कंपनी उसके हिसाब से नए उत्पाद लाएंगी?
बीमा कंपनी दो या छह महीने के हिसाब से उत्पाद नहीं बदलतीं। हम पांच और दस साल को ध्यान में रखते हुए उत्पादों की तैयारी करते हैं। फिर भी एक आम धारणा है कि मौजूदा बाजार में तेजी लंबे समय तक चल सकती है। हो सकता है कुछ कंपनी इसके हिसाब से यूनिट लिंक्ड बीमा पॉलिसी फिर से ज्यादा लांच करें। लेकिन इसमें कोई परेशानी नहीं है। यूलिप को लेकर अब नियम साफ हैं। ग्राहकों के हितों को पूरी तरह से सुनिश्चित किया जा चुका है।
-क्या आपकी कंपनी भी कुछ नए उत्पाद ला रही है?
बाजार की तेजी को देखकर तो नहीं लेकिन छह महीने के भीतर पांच से छह नए बीमा पॉलिसी लांच करने की योजना है। कुछ पॉलिसी यूनिट लिंक्ड होंगी। मसलन हमने एक ऐसी इक्विटी आधारित यूलिप लाने की योजना बनाई है, जिसमें तेजी का फायदा तो ग्राहकों को मिलेगा लेकिन मंदी का घाटा कंपनी उठाएगी। इसके लिए हम इक्विटी व ऋण के बीच ऐसा तालमेल बिठाने जा रहे हैं कि तेजी में इक्विटी का हिस्सा पूरे पोर्टफोलियो में खुद बढ़ जाएगा। यह पॉलिसी यूलिप पर नए दिशानिर्देशों के मुताबिक होगी। नियामक की स्वीकृति का इंतजार है।
-क्या समाज के गरीब तबके के लिए भी नई पॉलिसी आएगी?
हम मध्य वर्ग के लिए नई तरह की पॉलिसी लाने की योजना बना चुके हैं। इसका खाका तैयार हो गया है। यह एक पारंपरिक बीमा पॉलिसी होगी, जो लंबे समय तक निवेश पर अच्छा रिटर्न देने में सक्षम होगी। इसके तहत 6,000 से 12 हजार के बीच वार्षिक प्रीमियम होगा। कुछ अन्य पॉलिसी लाना चाहेंगे। रिटायरमेंट पॉलिसियों को लेकर भी उत्साहित हैं।
-पहली बार जीवन बीमा लेने वालों को आप क्या सलाह देंगे?
सबसे पहले तो अपनी जरूरत को समझें। बीमा कोई कह रहा है, इसलिए नहीं करवा लेना चाहिए। अपनी जरूरत को लेकर किसी विशेषज्ञ से चर्चा कर लें, उसके बाद ही पॉलिसी ख्ररीदें।
क्षितिज जैन
एमडी एवं सीईओ
एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस कंपनी