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लॉकर में नहीं ऐसे सेफ रखें अपना सोना, बस आपको करना होगा यह काम

आप अपने सोने की ज्वैलरी को लॉकर में रखने के अलावा भी अन्य माध्यम से सेव रख सकते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 27 Sep 2017 01:42 PM (IST)Updated: Wed, 27 Sep 2017 01:42 PM (IST)
लॉकर में नहीं ऐसे सेफ रखें अपना सोना, बस आपको करना होगा यह काम
लॉकर में नहीं ऐसे सेफ रखें अपना सोना, बस आपको करना होगा यह काम

नई दिल्ली (जेएनएन)। सोने के उपभोग के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है। यहां पर सिर्फ महिलाएं ही नहीं पुरुष भी सोने को पहनना पसंद करते हैं। शादी विवाह के मौकों पर महिलाएं अपने आभूषणों को बड़े चाव से पहनती हैं, लेकिन साथ ही साथ उन्हें इसके चोरी होने का डर भी सताता रहता है। इस डर को दूर करने के लिए महिलाएं अपनी ज्लैवरी को लॉकर में रखना पसंद करती हैं। इस तरह से महिलाएं एक तरफ तो अपनी ज्वैलरी को सेफ कर लेती हैं लेकिन दूसरी तरफ उन्हें किन्ही मौकों पर अपने शौक से महरूम भी होना पड़ जाता है। आपको बता दें कि आप लॉकर में रखने के अलावा भी एक तरीके से अपने सोन-चांदी की ज्वैलरी को सेफ रख सकते हैं।

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क्या है दूसरा तरीका: लॉकर में रखने के बजाए आप ज्वैेलरी इंश्योचरेंस कवर पॉलिसी लेकर भी अपनी ज्वैलरी को सेफ कर सकते हैं। तमाम कंपनियां इस तरह के ऑफर की पेशकश करती हैं। हम अपनी इस रिपोर्ट में आपको बताएंगे कि आप कैसे ज्वैमलरी इंश्यो रेंस पॉलिसी ले सकते हैं और यह कैसे आपके लिए फायदेमंद है।

कितने तरीकों से ले सकते हैं ज्वैलरी पॉलिसी: आपकी ज्वैलरी की सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस कंपनियां आमतौर पर दो प्रकार की पॉलिसी ऑफर करती हैं। एक स्टैंडअलोन ज्वैलरी पॉलिसी, जो केवल ज्वैलरी का सुरक्षा कवर देती हैं। दूसरी होम इंश्योरेंस पॉलिसी, जो कि पूरे घर को चोरी या दुर्घटना से कवर देती है। इन दोनों ही विकल्पों में से ग्राहक अपनी जरूरत के अनुसार पॉलिसी का चयन कर सकते हैं।

लेकिन ध्यान रखें ये बातें: आपको यह बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि होम इंश्योरेंस पॉलिसी की अपनी सीमाएं भी होती हैं। आपको मालूम होना चाहिए कि अगर आपने होम इंश्योरेंस पॉलिसी ले रखी है तो गहनों की चोरी होने की सूरत में बीमा कंपनी आपको गहनों का पूरा दाम नहीं चुकाएगी। ऐसे में अगर आप अपने गहनों की पूरी सुरक्षा चाहते हैं तो आपको स्टैंडअलोन ज्वैलरी इंश्योरेंस पॉलिसी लेनी चाहिए क्योंकि यही पॉलिसी ज्वैलरी को पूरा इंश्योरेंस कवर देती है।

जरूर करवाएं गहनों का वैल्युएशन: अगर आप अपनी ज्वैलरी के लिए बीमा पॉलिसी लेने की योजना बना रहे हैं तो उसका मार्केट वेल्युएशन जरूर करवाएं। ऐसा आप किसी भी ऑर्थराइज्ड ज्वैलरी शॉप से करवा सकते हैं। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो बीमा कंपनी बीमा क्लेम करते समय आपके गहनों का वेल्युएशन कम भी कर सकती हैं, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है।

कैसे तय होता है प्रीमियम: ज्वैलरी का इंश्यारेंस बहुत महंगा नहीं होता है। इंश्योरेंस कंपनियां ज्वैलरी के इंश्योरेंस कवर के लिए प्रीमियम उसके वेल्युएशन का 1 से 1.5 फीसदी तक ही फिक्स करती हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आपकी ज्वैलरी का वेल्युएशन 5 लाख है तो प्रीमियम 5,000 रुपए सालाना का होगा।


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