ऑनलाइन बिक्री में बीमा का भविष्य
-ऑनलाइन बीमा पॉलिसियों की बिक्री जोरों पर है, आपकी कंपनी इसके लिए कितनी तैयार है? देश में इंटरनेट का प्रयोग बढ़ रहा है। इसके साथ ही बीमा को लेकर लोगों मे जागरूकता भी बढ़ रही है। इसलिए लाजिमी है कि बीमा पॉलिसियों की मांग भी बढ़े। खास तौर पर इंटरनेट के जरिये ब्
-ऑनलाइन बीमा पॉलिसियों की बिक्री जोरों पर है, आपकी कंपनी इसके लिए कितनी तैयार है?
देश में इंटरनेट का प्रयोग बढ़ रहा है। इसके साथ ही बीमा को लेकर लोगों मे जागरूकता भी बढ़ रही है। इसलिए लाजिमी है कि बीमा पॉलिसियों की मांग भी बढ़े। खास तौर पर इंटरनेट के जरिये बीमा करवाने का प्रचलन तेजी से बढता दिख रहा है। यह कई तरह से फायदेमंद है। यहां गलत जानकारी देकर बिक्री होने का खतरा नहीं है। यह आसान है और सबसे बड़ी बात यह सस्ता भी होता है। आपको शायद मालूम होगा कि बीमा कराने वाले ग्राहकों में 20 से 30 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है। पिछले दो वर्षो में यह दोगुनी हो चुकी है। साथ ही, इंटरनेट के जरिये बीमा करवाने वालों की हिस्सेदारी कुल बीमा बिक्री में बढ़कर 20 फीसद हो गई है। बीमा कंपनियां इस हकीकत को समझ रही हैं। इसलिए उन्होंने इसके मुताबिक तैयारी भी शुरू कर दी है। कई कंपनियों ने तकनीकी बदलाव किए हैं और इंटरनेट के मुताबिक उत्पादों की लांचिंग भी शुरु कर दी है। इंटरनेट के जरिये उत्पादों की बिक्री बीमा क्षेत्र का भविष्य है। अवीवा ने भी इंटरनेट सेवा को काफी गंभीरता से लिया है। हम तकनीकी उन्नयन कर रहे हैं ताकि इंटरनेट के जरिये बीमा पॉलिसी करवाने वाले ग्राहको को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
-लेकिन ऑनलाइन के साथ तो खतरा भी तो बहुत है। आपकी कंपनी इस खतरे को घटाने के लिए क्या कर
रही है?
देखिए, पहले ऑफलाइन व ऑनलाइन बीमा उत्पादों में कोई अंतर नहीं था। एक ही तरह की पॉलिसियां दोनों जगहें मिलती थीं। लेकिन बीते दो वषरें में हालात काफी बदल गए हैं। अब ऑनलाइन मिलने वाले उत्पादों की संख्या काफी बढ़ गई है। अब अवीवा को देखिए हमारा सबसे प्रमुख ऑनलाइन उत्पाद अवीवा आइ-लाइफ है। यह टर्म पॉलिसी है। लेकिन इसके अलावा ऑनलाइन इंडोमेंट प्लान, क्रिटिकल इलनेस प्लान और अब यूलिप भी है। इन्हें ऑनलाइन ग्राहकों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। ऑनलाइन बीमा बाजार इसलिए भी तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि ई-कॉमर्स कंपनियां भी अपनी रणनीति को लेकर काफी आक्रामक हो गई हैं। शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों की जिंदगी को ई-कॉमर्स काफी प्रभावित कर रही है। घर के हर सामान आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इससे हो यह रहा है कि ऑनलाइन खरीद-बिक्री को लेकर भ्रांतियां खत्म हो रही हैं। लोग इसे आसानी से स्वीकार करने लगे हैं। इसके अलावा कंपनियों के पास बहुतेरे उपाय हैं जो ऑनलाइन ट्रेडिंग को सुरक्षित बनाते हैं। बीतते वक्त के साथ लोग और भी तेजी से इसे स्वीकार करेंगे। हमारी कंपनी अवीवा में ऑनलाइन भुगतान की व्यवस्था बहुत ही सुरक्षित है। हमें ऑनलाइन कारोबार को लेकर अभी तक कोई भी शिकायत नहीं मिली है।
-मेट्रो शहरों से बाहर ऑनलाइन बीमा बाजार को कैसे बढ़ाया जाएगा?
हां, यह सही है कि अभी बीमा का ऑनलाइन बाजार सिर्फ मेट्रो शहरों में ही ज्यादा है। कुल ऑनलाइन बीमा पॉलिसी का 60 फीसद मेट्रो शहरों से आता है। छोटे शहरों और ग्रामीण बाजार में भी लोग अब ऑनलाइन माध्यम को पसंद कर रहे हैं। इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है। अवीवा की कुल ऑनलाइन बिक्री में इन छोटे शहरों की हिस्सेदारी 22 फीसद के करीब है। आपको यह भी नहीं भूलना चाहिए कि देश में इंटरनेट का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। इस मामले में हम दुनिया में सिर्फ चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। हमें उम्मीद है कि समय बीतने के साथ ही ग्रामीण बाजार में भी हमारी पैठ तेजी से होगी।
-ऑनलाइन सबसे ज्यादा किस पॉलिसी को आप बेचते हैं?
हमने पिछले तीन वषरें के दौरान ग्राहकों की पसंद का अध्ययन किया है। लगता है कि ऑनलाइन ग्राहकों के बीच टर्म बीमा पॉलिसियां अभी भी सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। हां, अब लोगों ने कुछ नई पॉलिसियों को भी आजमाना शुरू कर दिया है। मसलन, यूलिप को खरीदने वालों की संख्या बढ़ रही है। हम भविष्य में ऑनलाइन बिक्री के लिए कुछ अनूठी पॉलिसियां भी लाने पर विचार कर रहे हैं। इस बारे में अभी तैयारी चल रही है।
ऋषि पिपरैया
डायरेक्टर (मार्केटिंग व डायरेक्ट सेल्स)
अविवा लाइफ इंश्योरेंस