Move to Jagran APP

डिजिटल हो रहा बीमा कारोबार

पिछले चार वर्षों में बीमा उद्योग भी भारी परिवर्तनों से गुजरा है। मोबिलिटी आधारित टेक्नोलॉजी के तेज विकास से बीमा कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों से संपर्क साधना व उनकी राय जानना आसान हो गया है।

By Edited By: Published: Mon, 28 Sep 2015 08:14 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2015 10:02 AM (IST)
डिजिटल हो रहा बीमा कारोबार

पिछले चार वर्षों में बीमा उद्योग भी भारी परिवर्तनों से गुजरा है। मोबिलिटी आधारित टेक्नोलॉजी के तेज विकास से बीमा कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों से संपर्क साधना व उनकी राय जानना आसान हो गया है।

loksabha election banner

पहले डिजिटल व्यवसाय का मतलब होता था ई-कॉमर्स, मगर अब आयाम बदल गया है। सोशल मीडिया के तेजी से विस्तार, स्मार्ट उपकरणों, विशाल डाटा व क्लाउड कंप्यूटिंग ने नए मुकाम खोल दिए हैं। इसी के साथ आबादी में आ रहे बदलावों, बढ़ती उम्मीदों व सशक्तिकरण ने ग्राहकों की पसंद को भी बदलना शुरू कर दिया है। टेक्नोलॉजी व सोशल मीडिया के कारण ग्राहकों को बेहतर सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। एक-दूसरे से संपर्क और पहुंच बढ़ने के कारण अब वे पसंद-नापसंद का खुलकर इजहार करते हैं।

पिछले चार वर्षों के दौरान बीमा उद्योग भी भारी सकारात्मक परिवर्तनों से गुजरा है। इसने खुद को डिजिटल दुनिया के अनुरूप ढाल लिया है। मोबिलिटी आधारित टेक्नोलॉजी के तेज विकास से बीमा कंपनियों के लिए अपने ग्राहकों से संपर्क साधना और उनकी राय जानना आसान हो गया है। सोशल मीडिया का उपयोग करने के कारण आज ग्राहकों के पास बहुत अधिक जानकारी है। वे विभिन्न इंश्योरेंस कंपनियों की साइटों पर जाकर बीमा उत्पादों, उनकी कीमत, भुगतान प्रक्रिया व अनुभव वगैरह की तुलना करते हैं। इस डिजिटल विश्व में जैसे-जैसे शक्ति संतुलन ग्राहक के पक्ष में होगा, वैसे-वैसे कारोबार में बने रहने, प्रतिस्पद्र्धी होने, ग्राहकों से जुड़े रहने व उन्हें अपने पास बनाए रखने के लिए बीमा कंपनियों को नए-नए तरीके अपनाने होंगे। ये कंपनियां अब सही मायने में ग्राहकों के साथ जुड़ रही हैं। उन्हें बेहतर सेवाएं दे रही हैं। वे सही व्यक्ति तक, सही समय पर, सही सेवा पहुंचाने का प्रयास कर रही हैं।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के लाभ
डिजिटल युग में बीमा ग्राहकों के लिए फायदे कई गुना बढ़ गए हैं। बीमा उत्पादों की ऑफलाइन के मुकाबले ऑनलाइन खरीद से ग्राहक को उसके पैसे की वाजिब कीमत मिलती है। यही वजह है कि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक अब ‘सेल्फ सर्विस’ के जरिये ऑनलाइन खरीद को प्राथमिकता देने लगे हैं। इसके अलावा ज्यादा सहूलियत, उत्पाद व सेवाओं के बारे में बेहतर व तुलनात्मक जानकारी और किफायती कीमत के फायदे भी हैं।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चौबीसों घंटे और बारहों मास कहीं से भी बीमा पॉलिसी खरीदने की सुविधा उपलब्ध कराकर बीमा कंपनियों ने ग्राहकों की जिंदगी को आसान बना दिया है। इससे सहूलियत के साथ पारदर्शिता भी बढ़ी है। जैसे-जैसे बीमा कंपनियां डिजिटल हो रही हैं, उनकी पहुंच दुनिया भर के ग्राहकों तक हो रही है। वे ग्राहकों को उनकी जरूरत के मुताबिक बेहतर व किफायती बीमा पॉलिसियां बेहतर सेवा के साथ उपलब्ध करा पा रही हैं। ग्राहकों के व्यक्तिगत व पॉलिसी संबंधी ब्योरों को सुरक्षित रखने के लिए बीमा कंपनियों ने तकनीकी में काफी अधिक निवेश किया है। हालांकि डिजिटल युग के बावजूद ज्यादातर ग्राहक अब भी एजेंट से बातचीत के बाद बीमा पॉलिसी खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन वेब चैट, को-ब्राउजिंग व वीडियो चैट के नए तरीकों से ग्राहकों के डिजिटल अनुभव में बढ़ोतरी होने से उन्हें आड़े वक्त पर मदद का लाभ मिल सकता है। दरअसल, ऑनलाइन उत्पादों को आज के डिजिटल ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार तैयार किया जा रहा है। ऑनलाइन होने से बीमा उत्पादों की खरीद प्रक्रिया कम समय में और बेहद आसानी से पूरी होती है। ग्राहकों को उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी मिलती है।

ग्राहकों का सशक्तिकरण
ऑनलाइन खरीद में बीमा पॉलिसी के बारे में समस्त सूचनाओं, विशेषताओं, शर्तों व परिस्थितियों वगैरह की पूरी जानकारी कंपनी की वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है। इसका मतलब हुआ खरीदार ने जितनी भी सूचनाएं देखीं व पढ़ी हैं, वे एकदम सही और अपडेटेड हैं। यानी पूर्ण पारदर्शिता। ग्राहक अपनी जरूरत के उत्पाद की अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट के साथ तुलना भी कर सकते हैं। इससे मूल्यांकन आसान हो जाता है। सब कुछ रीयल टाइम में होने के कारण निर्णय से पहले आप उसके प्रभावों व परिणामों का भलीभांति आकलन कर सकते हैं।

कंपनी की साख पता लगाना
सोशल मीडिया, विविध ग्राहक मंच व वेबसाइटें उपलब्ध होने के कारण, खरीदार तमाम सूचनाओं व अन्य लोगों के सामूहिक अनुभवों का फायदा उठाते हुए बीमा कंपनी की वित्तीय स्थिति तथा अन्य बातों का पूरा पता लगा सकते हैं। जब ग्राहक को पता हो कि सब कुछ सही है, कंपनी प्रतिष्ठित है, उत्पाद जरूरत के मुताबिक और किफायती है तथा भविष्य में सेवा भी बढ़िया मिलेगी तो फिर बीमा पॉलिसी खरीदते वक्त कोई आशंका नहीं रहती।
केएस गोपालकृष्णन
एमडी व सीईओ
एगॉन रेलीगेयर लाइफ इंश्योरेंस

संबंधित अन्य सामग्री पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.