उपयुक्त चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान का करें चयन
देखने में आया है ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य की योजना बहुत देर से बनाना शुरू करते हैं। इस देरी के कारण अक्सर वे उनकी वित्तीय योजना की अनदेखी कर देते हैं। लिहाजा यह सलाह दी जाती है कि बच्चों के भविष्य की योजना 3-8 वर्ष की आयु से ही बना ली जाए। ताकि जब बच्चे के कैि
देखने में आया है ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य की योजना बहुत देर से बनाना शुरू करते हैं। इस देरी के कारण अक्सर वे उनकी वित्तीय योजना की अनदेखी कर देते हैं। लिहाजा यह सलाह दी जाती है कि बच्चों के भविष्य की योजना 3-8 वर्ष की आयु से ही बना ली जाए। ताकि जब बच्चे के कैरियर की शुरुआत का वक्त आए तो पर्याप्त पैसे का इंतजाम हो जाए। स्कूलों की बढ़ती फीस को देखते हुए आज के अभिभावकों के लिए इस सच से रूबरू होना वाकई जरूरी है। जितनी जल्दी वे निवेश प्रारंभ करेंगे उतना ही ज्यादा धन वृद्धि का समय मिलेगा और बेहतर रिटर्न प्राप्त होगा।
चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान के बाजार में अनेक विकल्प उपलब्ध हैं। ऐसे में मां-बाप को ऐसा प्लान चुनना चाहिए जो उनकी जिम्मेदारियों और उम्मीदों तथा बच्चे की जरूरतों के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ लाभ प्रदान करे। यदि ठीक से चुनाव किया गया हो तो चाइल्ड प्लान बच्चे के भविष्य के विभिन्न चरणों में आने वाली सारी जरूरतों को अच्छी तरह पूरा कर सकता है। ये प्लान अभिभावकों में लंबे अरसे तक नियमित रूप से बचत करने का अनुशासन भी पैदा करते हैं। ये निवेश ऐसे फंडों में किए जा सकते हैं जो शिक्षा की बढ़ती लागत को पूरा करने लायक रिटर्न देते रहें। दुर्भाग्य से यदि किसी कारणवश माता-पिता की मृत्यु हो जाए तो यही प्लान बच्चे के भविष्य की योजनाओं की रक्षा करते हैं। आप अपने बच्चे के लिए बीमा योजना का चुनाव किस तरह करें इसके चार उपाय यहां दिए जा रहे हैं:
-जितनी जल्दी हो निवेश प्रारंभ करें : बीमा कंपनियां बच्चों के लिए ऐसे प्लान आफर करती हैं जो बच्चे के 18 साल की उम्र पर पहुंचने पर एक साथ समस्त मेच्योरिटी लाभ प्रदान करते हैं। अथवा 18 के बाद निश्चित अवधि में रुक-रुक कर राशि प्रदान करते हैं। ये प्लान निवेश के लिए व्यापक क्षितिज प्रदान करते हैं, ताकि आप नियमित रूप से निवेश कर अपना कॉर्पस तैयार कर सकें। इसलिए किसी सर्टीफाइड फाइनेंशियल प्लानर के साथ बैठकर अपने लक्ष्यों का आकलन करें और एक ऐसा प्लान चुनें जो आपको दीर्घकाल तक निवेश के लिए प्रेरित करता हो।
-ऐसा प्लान चुने जिसमें प्रीमियम से माफी की सुविधा हो: ज्यादातर चाइल्ड प्लान प्रीमियम माफी (प्रीमियम वेवर) की सुविधा प्रदान करते हैं। यह सुविधा कहीं विकल्प के रूप में तो कहीं अनिवार्य रूप से दी जाती है। प्रीमियम वेवर का फायदा यह है कि यदि खुदा-न ख्वास्ता मां-बाप की मौत हो जाए तो बीमा कंपनी आपको आगे के प्रीमियम के भुगतान की बाध्यता से मुक्त कर देती है। इसका भुगतान बीमा कंपनी खुद करेगी और आपकी पालिसी मेच्योर होने तक चलती रहेगी। इससे एक निश्चित अवधि बाद एक निश्चित राशि प्राप्त करने का आपका लक्ष्य प्रभावित नहीं होता और मृत्यु लाभ के अलावा आपको यह अतिरिक्त लाभ मिलता है।
-पर्याप्त जोखिम कवरेज व मिश्रित निवेश विकल्पों वाला प्लान चुनें: सुनिश्चित करें कि आपने ऐसा प्लान चुना है जो ग्रोथ एवं डेट फंडों में निवेश करता हो तथा जोखिम को भी पर्याप्त रूप से कवर करता हो। लंबी अवधि में इक्विटी सबसे अच्छा रिटर्न प्रदान करती है। इसलिए पक्का करें कि आपका प्लान पूंजी की सुरक्षा के साथ-साथ उसमें वृद्धि सुनिश्चित करता है। प्लान ऐसा भी होना चाहिए जिसमें सिस्टम ट्रांसफर का विकल्प भी हो। इससे आपके निवेश से प्राप्त लाभों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है। और अंत में, पर्याप्त जोखिम कवर हासिल करें (कम से कम वार्षिक प्रीमियम का बीस गुना)। इससे आपकी मृत्यु की स्थिति में आपके परिवार को मृत्यु लाभ के रूप में पर्याप्त राशि प्राप्त हो सकेगी।
-ब्रोशर पढ़ें और उत्पाद की लागत को समझें: बीमा उत्पाद के ब्रोशर में बीमा कंपनियां पालिसी के लिए ग्राहक द्वारा अदा किए जाने वाले विभिन्न भुगतानों के बारे में स्पष्ट ब्यौरा देती हैं। बाजार में उपलब्ध उसी तरह के अन्य उत्पादों पर वसूले जाने वाले शुल्कों की उनसे तुलना करें। बीमा कंपनी की बाजार में प्रतिष्ठा देंखें तथा इस बात का भी पता लगाएं कि बीमा कंपनी का दावों के भुगतान का रिकार्ड कैसा है।
चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान आपका अपने बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मेरा सुझाव है कि आप बाजार में उपलब्ध उत्पादों की जानकारी प्राप्त कर जल्द से जल्द उचित निवेश प्रारंभ कर दें। निवेश से पहले इन्श्युरेंस एजेंट से उत्पाद के बारे में अच्छी तरह पूछताछ करें और प्रत्येक पहलू से भलीभांति वाकिफ हो लें। यदि आपने सोच-समझकर सही प्लान का चुनाव किया और बच्चे की छोटी उम्र से ही नियमित निवेश प्रांरभ कर दिया तो बीस साल बाद जब आपका बच्चा बड़ा होगा तो आपको स्मार्ट अभिभावक मानते हुए आपका सम्मान करेगा। आपके प्रयासों का भला इससे अच्छा प्रतिफल क्या हो सकता है?
संजय त्रिपाठी
सीनियर एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट, मार्केटिंग, प्रॉडक्ट्स एंड डायरेक्ट चैनल्स,
एचडीएफसी लाइफ