एजेंट और बीमा की कड़ी पर सवाल
इस बात में कोई शक नहीं है कि निरंतर तकनीकी विकास के इस दौर में बिना किसी एजेंट की मदद के बीमा की ऑनलाइन खरीदारी का प्रचलन अवश्य बढ़ा है, लेकिन अब भी अधिकांश बीमा उपभोक्ता अपने लिए बीमा उत्पादों की खरीद एजेंटों के माध्यम से ही करते हैं। ऐसे में यदि आपका एजेंट ही आप
इस बात में कोई शक नहीं है कि निरंतर तकनीकी विकास के इस दौर में बिना किसी एजेंट की मदद के बीमा की ऑनलाइन खरीदारी का प्रचलन अवश्य बढ़ा है, लेकिन अब भी अधिकांश बीमा उपभोक्ता अपने लिए बीमा उत्पादों की खरीद एजेंटों के माध्यम से ही करते हैं। ऐसे में यदि आपका एजेंट ही आपको गलत बीमा उत्पाद सुझाए या बेचने की कोशिश करे तो बीमा खरीदने के मकसद पर ही पानी फिर जाता है। ऐसे में जरूरी हैं कुछ सवाल, जो उचित बीमा उत्पाद के चयन में मदद करेंगे।
सबसे पहले यह पूछना जरूरी है कि एजेंट जो बीमा खरीदने का सुझाव दे रहा है क्या वह आपके नहीं रहने पर आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकेगा? साथ ही, क्या उस बीमा से मिलने वाली राशि आपके द्वारा तय वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है? यदि इस सवाल का जवाब हां है, तभी आगे बढ़ें, अन्यथा उस उत्पाद को खरीदने का विचार छोड़ दें। इसके अलावा बीमा पॉलिसी की अवधि आपके वित्तीय लक्ष्य के अनुरूप होनी चाहिए। छोटे लक्ष्यों के लिए छोटी अवधि और बड़े लक्ष्यों के लिए लंबी अवधि की पॉलिसी खरीदना बेहतर होता है।
यह सवाल भी जरूरी है कि जिस कंपनी के उत्पाद की आप खरीदने वाले हैं, दावा निपटाने के मामले में उसका प्रदर्शन कैसा है। इसके अतिरिक्त उस कंपनी की साख के बारे में पूछताछ भी जरूरी है। साथ ही, आपको कंपनी द्वारा उस बीमा उत्पाद पर दिए जाने वाले मैच्योरिटी बेनीफिट के बारे में स्पष्ट सवाल करने चाहिए। इस मोर्चे पर संतुष्ट होने के बाद ही आगे बढ़ना चाहिए। इसके अलावा सरेंडर बेनीफिट के बारे में जानना भी आवश्यक है।
यह जानना भी अहम है कि उस योजना से मिलने वाले रिटर्न का आधार क्या है? बीमा कंपनियां परंपरागत बीमा योजनाओं में अक्सर एश्योर्ड रिटर्न देती हैं, जबकि यूलिप जैसे उत्पादों का रिटर्न उनके फंड के प्रदर्शन पर निर्भर होता है। इस संबंध में साफ तौर पर पूछताछ करके ही बीमा उत्पाद की खरीद करें। अन्य बातों के अलावा यह भी पूछें कि उस बीमा उत्पाद में पॉलिसी एडमिनिस्ट्रेशन चार्ज कितना है और फंड एलोकेशन चार्ज कितना वसूला गया है। शुल्कों की पूरी जानकारी हासिल करने के बाद ही उसकी खरीद करें। कई बार एजेंट रेगुलर प्रीमियम पॉलिसी को एकल प्रीमियम पॉलिसी बताकर बेच देते हैं। इस बारे में पूछताछ भी जरूरी है।
करें सवाल, रहें सुरक्षित
-क्या बीमा पॉलिसी आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है
-कंपनी का क्लेम सेटलमेंट का इतिहास कैसा है
-बीमा सुविधा पर कुल खर्च कितना है
-क्या एजेंट किसी एक कंपनी की कोई खास पॉलिसी तो नहीं टिका रहा