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किस तरह के डेट फंड रहेंगे उपयुक्त, किसमें पैसा लगाना रहेगा मुनाफे का सौदा, जानिए

3 साल और उससे अधिक के लिए निवेश दीर्घकालिक इंडेक्सेशन लाभ का पूरा फायदा उठाने के लिए सबसे अधिक कर कुशल तरीका है जिसका डेट फंड उपभोग करते हैं। कर मुद्रास्फीति की दर (इंडेक्सेशन) के अतिरिक्तत केवल प्रतिफल पर देय है।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 27 Dec 2021 06:17 PM (IST)Updated: Tue, 28 Dec 2021 08:12 AM (IST)
किस तरह के डेट फंड रहेंगे उपयुक्त, किसमें पैसा लगाना रहेगा मुनाफे का सौदा, जानिए
What type of debt funds will be suitable which will be a profitable deal

सुभाष चावन। डेट या निश्चित आय सफल निवेश पोर्टफोलियो का जरूरी हिस्सा है। डेट फंड पोर्टफोलियो को स्थिरता और तरलता देते हैं। विशेषकर तब जब 1-4 साल का अल्पपकालिक लक्ष्य होता है, डेट फंड एनएससी और पीपीएफ जैसी अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में अच्छा जोखिम समायोजित विकल्प देते हैं।

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डेट फंड की बात आने पर पिछला प्रदर्शन बहुत कम महत्व का होता है। निवेशक के रूप में जब आप आज निवेश कर रहे हैं, तो आप पोर्टफोलियो के वर्तमान प्रतिफल पर निवेश कर रहे हैं। शुद्ध प्रतिफल वर्तमान परिपक्वता प्रतिफल (वाईटीएम) और पोर्टफोलियो की संशोधित अवधि का परिणाम होता है।

जैसा कि हम जानते हैं कि बॉन्ड की कीमतों और ब्याज दरों के बीच उल्टाा संबंध होता है। अगर ब्याज दरों में कमी आती है, तो बॉन्ड की कीमतें बढ़ जाती हैं और इसके उलट होता है। ब्याज दरों के प्रति बॉन्ड की कीमतों की संवेदनशीलता का संशोधित अवधि द्वारा मापन किया जा सकता है। फंड में ऋण पत्रों की अवधि और परिपक्वता प्रोफ़ाइल जितनी अधिक होगा, बॉन्ड की कीमतों में अस्थिरता भी उतनी ही अधिक होगी।

हम 4% पर रेपो दर के साथ ब्याज दर चक्र के तल पर हैं। आगे बढ़कर यह देखते हुए कि दरों के धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद है, यूएस फेड द्वारा बढ़ती दरों का संकेत देने के साथ, डेट फंड निवेशकों को म्यूचुअल फंड स्पेस में विभिन्न विकल्पों में से सावधानी से चयन करना होगा।

खड़े प्रतिफल वक्र का मुख्य रूप से यह मतलब है कि 5-9 साल की लंबी अवधि की दरें 1-2 साल की छोटी अवधि की तुलना में 200 आधार अंक अधिक हैं। वक्र की इस प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, डेट फंड चुनने का सबसे अच्छा तरीका निवेश के अपने समय क्षितिज के साथ फंड की परिपक्वता का मिलान करना है।

3 साल और उससे अधिक अवधि की निश्चित अवधि (एफडी के काम करने के तरीके के समान) वाले टारगेट मैच्योवरिटी फंड सबसे अच्छे विकल्प के रूप में काम करते है। इन फंडों पर प्रतिफल इन फंडों की क्रेडिट रेटिंग प्रोफाइल के आधार पर 4.8-6% की रेंज में होता है।

डेट फंडों से प्रतिफल कम होने से, उच्च प्रतिफल वाले डेट फंडों में खरीदारी करना काफी लुभावना होता है। हालांकि, आपको 2020 का सबक नहीं भूलना चाहिए, जिसमें कम रेटिंग वाले बॉन्ड और उच्च प्रतिफल वाले फंडों को महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, और उच्च प्रतिफल के पीछे भागने से निवेशकों का पैसा फंस गया था। उच्च प्रतिफल वाले डेट फंडों में धन का केवल एक छोटा सा हिस्सा आवंटित करें, और साथ जुड़े जोखिमों से अवगत रहें।

अगर आपका दीर्घकालिक डेट आवंटन है, तो 7-8 साल की अवधि वाले टारगेट मैच्योरिटी फंड देखें, जो आपको 6% से ज्यादा प्रतिफल दे सकते हैं। कृपया ध्यान रखें कि ये फंड अस्थिरता के साथ आते हैं, जैसे-जैसे दरें बढ़ती हैं, एनएवी में उतार-चढ़ाव आता है। अगर आप पोर्टफोलियो की परिपक्वतता तक रख रहे हैं तो आपको अंतत: प्रतिफल मिलेगा।

3 साल और उससे अधिक के लिए निवेश दीर्घकालिक इंडेक्सेशन लाभ का पूरा फायदा उठाने के लिए सबसे अधिक कर कुशल तरीका है, जिसका डेट फंड उपभोग करते हैं। कर मुद्रास्फीति की दर (इंडेक्सेशन) के अतिरिक्तत केवल प्रतिफल पर देय है।

संक्षेप में, 3 साल और उससे अधिक के निवेश के लिए कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों, बैंकिंग और पीएसयू डेट फंडों और टारगेट मैच्योरिटी फंडों को देखें। अपने समय क्षितिज के साथ परिपक्वलता का मिलान करना सुनिश्चित करें।

लेखक, पार्टनर मोट वेल्थ से जुड़े हैं और लेख में व्यक्त उनके विचार निजी हैं


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