टेक कंपनियों के बेहतर परिणाम से शेयर बाजार में तेजी की संभावना, जानें किस ओर बढ़ रहे हैं Sensex, Nifty
जुलाई में पहली तिमाही के परिणाम आने लगे हैं और कम-से-कम टेक सेक्टर में काफी अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।
नई दिल्ली, किशोर ओस्तवाल। निफ्टी में इस सप्ताह बहुत अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिला, इससे बाजार बिल्कुल हल्का रहा। अब आपको देखना है कि बुधवार को RIL की AGM थी। उसी एजीएम में RIL ने एलान किया कि Jio Platforms में गूगल 33700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। लेकिन इसके बावजूद RIL 1978 से 1800 अंक के स्तर पर क्यों आ गया..? क्या यह कुल-मिलाकर मुनाफावसूली था। यह समझना जरूरी है क्योंकि निफ्टी के चढ़ने में RIL की भूमिका अहम होती है। RIL पिछले कुछ माह में 860 से 1938 तक पहुंच गया। यह कंपनी के इतिहास में अभूतपूर्व है। यह बोनस इश्यू के साथ सीएनआई रिसर्च के 4,000 रुपये के लक्ष्य तक पहुंच चुका है। अब यह प्रतीत हो रहा है कर्ज मुक्त होने, अरामको रिटेल स्टेक सेल और कई नए भावी कोराबर को देखते हुए यह स्टॉक ऊपर रहने वाला है।
RIL ने कहा है कि अरामको के साथ डील में देरी हुई है लेकिन कभी नहीं कहा है कि यह स्थगति हो गई है। इसे सरकार की मंजूरी मिलनी है। हमें लगता है कि BPCL का मुद्दा क्लियर होते ही इसे भी क्लियरेंस मिल जाएगी।
RIL ने अपनी 5G टेक्नोलॉजी विकसित करने की घोषणा की है। उन्होंने इस बात की ओर इशारा किया है कि वे अधिक-से-अधिक 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने की कोशिश करेंगे और उनके पास नकदी भी है। वहीं, RIL की तुलना में भारती एयरटेल और वोडाफोन को संघर्ष करना पड़ेगा।
हमने 2000 में आईटी कंपनियों के फूटते बुलबुले को देखा है लेकिन उस समय जिसने खुद को बचा लिया, वे आज के समय में बड़े बिजनेसेज बन गए हैं। उस समय में Nasdaq Composite में गिरावट देखने को मिली थी लेकिन इस समय यह 10,000 अंक के स्तर को पार कर गया है। कोरोना के बाद डेटा बिजनेस काफी अहम साबित होने वाला है। जीवन में तेजी से बदलाव आ रहे हैं इसलिए इंटरनेट पर आधारित कंपनियों का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है। IDEA और Bharti Airtel भी अच्छे स्टॉक हैं। VERIZON भारती एयरटेल में 2 अरब के निवेश को लेकर सहमत हुआ है। यद्यपि IDEA ने किसी से बात नहीं शुरू की है लेकिन वह चाहे तो उसे भी चार-पांच अरब आसानी से मिल जाएंगे क्योंकि उसकी साझीदार वोडाफोन पीएलसी को मजबूत बैकिंग प्राप्त है।
बाजार जब चढ़ता है तो उस समय करेक्शन का डर होता है और इसी भय की वजह से बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है। बाजार में बढ़त बुनियाद से अधिक शॉर्ट टर्म स्थिति की वजह से देखने को मिलती है। किसी भी वजह से अगर मार्केट में करेक्शन होता है तो वह अच्छे स्टॉक खरीदने का मौका होगा।
जुलाई में पहली तिमाही के परिणाम आने लगे हैं और कम-से-कम टेक सेक्टर में काफी अच्छी तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि, इस सेक्टर को भी कोरोना से भी प्रभावित होना चाहिए क्योंकि इनके बड़े क्लाइंट्स के बिजनेस प्रभावित हुए हैं। इसके बावजूद हमारा मानना है कि निफ्टी की प्रमुख 12 कंपनियां शेयर बाजार को निराश नहीं करेंगी। पहली तिमाही के परिणाम के बाद बाजार सामान्य स्थिति की तरफ लौटेगा।
(लेखक सीएनआई रिसर्च के एमडी हैं। प्रकाशित विचार लेखक के निजी हैं।)