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Fixed Deposit पर घटते ब्‍याज से न हों चिंतित, कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों में निवेश कर पा सकते हैं ज्‍यादा रिटर्न

कॉरपोरेट बॉन्ड को नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर के रूप में भी जाना जाता है। ये कंपनियों द्वारा जारी किए जाने वाले डेट साधन हैं। असल में कंपनियां बैंक लोन के विकल्प के रूप में इस तरह के बॉन्ड जारी कर कर्ज जुटाती हैं।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 17 Feb 2021 11:04 AM (IST)Updated: Thu, 18 Feb 2021 07:02 AM (IST)
Fixed Deposit पर घटते ब्‍याज से न हों चिंतित, कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों में निवेश कर पा सकते हैं ज्‍यादा रिटर्न
AAA रेटिंग वाली कंपनियों के बॉन्ड सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं।

नई दिल्ली, वैभव शाह। बैकों की सावधि जमा योजनाएं (FDs) परंपरागत रूप से सबसे भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा डेट निवेश विकल्प रही हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं है। एफडी पर ब्याज दरें घटते जाने की वजह से, खासकर पिछले एक साल में, इनकी लोकप्रियता कम हो रही है। ऐसे समय में कॉरपोरेट बॉन्ड उन निवेशकों के लिए एफडी के विकल्प बन सकते हैं, जो कम जोखि‍म वाले निवेश विकल्पों की तलाश में रहते हैं।  

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क्‍या है कॉरपोरेट बॉन्‍ड 

कॉरपोरेट बॉन्ड को नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर के रूप में भी जाना जाता है। ये कंपनियों द्वारा जारी किए  जाने वाले डेट साधन हैं। असल में कंपनियां बैंक लोन के विकल्प के रूप में इस तरह के बॉन्ड जारी कर कर्ज जुटाती हैं। कोई कॉरपोरेट बॉन्ड कितना सुरक्षि‍त है, इसकी जांच आप रेटिंग एजेंसियों के द्वारा जारी क्रेडिट रेटिंग से कर सकते हैं। AAA रेटिंग वाली कंपनियों के बॉन्ड सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जाते हैं और इनमें AA रेटिंग वाली बॉन्ड के मुकाबले जोखि‍म कम होता है। 

टेबल 1. विभि‍न्न साधनों की क्रेडिट रेटिंग

 

नोट: क्रिसिल (CRISIL) लॉन्ग टर्म के डेट साधनों की 'CRISIL AAA' से लेकर 'CRISIL C' तक और शॉर्ट टर्म के साधनों में  'CRISIL A1'  से लेकर 'CRISIL A4' तक की रेटिंग में '+' या  '-'  चिह्न का इस्तेमाल किसी एक श्रेणी में तुलनात्मक स्थ‍िति दिखाने के लिए कर सकता है। असल में कॉरपोरेट इन बॉन्ड पर किसी तरह की कर्ज जोखिम की भरपाई सरकारी बॉन्डों के मुकाबले ऊंचा यील्ड देकर करते हैं। इस प्रकार कम रेट वाले बॉन्ड सरकारी बॉन्डों और ऊंची रेटिंग वाले बॉन्डों के मुकाबले ऊंचे यील्ड और स्प्रेड प्रदान करते हैं, लेकिन इनमें क्रेडिट जोखिम ज्यादा होता है। 

टेबल 2: सभी तरह की रेटिंग श्रेणियों में यील्ड

 

स्रोत: क्रिसिल, आंकड़े 31 दिसंबर 2020 तक के। 

सही बॉन्ड का चुनाव करना छोटे निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि उनके पास बाजार की निगरानी कर सकने के लिए पर्याप्त कौशल, जानकारी या समय नहीं होता। यह सब करने की जगह वे कॉरपोरेट बॉन्ड फंड का चुनाव कर सकते हैं।  

कॉरपोरेट बॉन्ड फंड इस प्रकार से काम करते हैंः

कॉरपोरेट बॉन्ड फंड ऐसे डेट म्यूचुअल फंड स्कीम होते हैं, जो कि कॉरपोरेट बॉन्ड या नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर में निवेश करते हैं। सेबी (SEBI) के निर्देश के मुताबिक किसी कॉरपोरेट बॉन्ड फंड को अपने एसेट का कम से कम 80 फीसदी हिस्सा किसी सर्वोच्च रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड में लगाना होगा। कॉरपोरेट बॉन्ड फंड मुख्यतया सर्वोच्च गुणवत्ता वाले साधनों में निवेश करते हैं, इसलिए इन फंडों का क्रेडिट जोखि‍म उन अन्य डेट साधनों के मुकाबले कम होता है, जो शायद कम रेटिंग वाले साधनों में निवेश करते हों। 

अब सवाल उठता है कि कॉरपोरेट बॉन्ड में ही क्यों निवेश करें? 

इनमें सुरक्षा ज्यादा होती है

जैसा कि हम जानते हैं, कॉरपोरेट बॉन्ड फंड को अपने निवेश का ज्यादातर हिस्सा शीर्ष रेटिंग वाले डेट साधनों में लगाना होता है, इसलिए वे ज्यादातर अन्य फंड श्रेणि‍यों के मुकाबले ज्यादा सुरक्ष‍ित होते हैं। 

ऊंची तरलता

टॉप रेटिंग वाले साधनों में ज्यादा जोर की वजह से इन फंडों की तरलता ज्यादा होती है यानी इनमें खरीद-फरोख्त आसान होती है, इसकी वजह से फंड मैनेजर को अपने पोर्टफोलियो को ज्यादा प्रभावी तरीके से पुनर्संतुलित करने में मदद मिलती है। 

टिकाऊ प्रदर्शन

हाल में वित्तीय बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच भी कॉरपोरेट बॉन्ड फंड ने लगातार अन्य डेट श्रेणि‍यों के मुकाबले बेहतर रिटर्न दिया है।

 

चार्ट में कॉरपोरेट बॉन्ड फंड का अन्य लोकप्रिय डेट फंडों के मुकाबले एक साल का औसत श्रेणी रिटर्न दिया गया है:

 श्रे‍णि‍यां (5 जनवरी, 2021 तक)  

स्रोत: Advisorkhoj Research (5 जनवरी, 2021 तक)।

डिस्क्लेमर: पिछला प्रदर्शन आगे जारी रह सकता है और नहीं भी रह सकता है

टैक्स का फायदा

किसी कॉरपोरेट बॉन्ड फंड में तीन साल से ज्यादा समय के लिए निवेश करने पर 20 फीसदी का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स इन्डेक्सेशन के साथ लगता है। इसकी वजह से ऊंचे टैक्स ब्रैकेट वाले निवेशकों के लिए एफडी के मुकाबले कॉरपोरट बॉन्ड बेहतर विकल्प साबित होते हैं, क्योंकि एफडी पर तो उनके टैक्स ब्रैकेट के हिसाब से टैक्स लगता है।

पोर्टफोलियो आवंटन में कॉरपोरट बॉन्ड फंड

आपकी निवेश जरूरतों के हिसाब से आपके डेट पोर्टफोलियो में कुछ महीनों से लेकर 2-3 साल के तक के विभि‍न्न अवधि के फंडों का मिश्रण होना चाहिए। आपके डेट पोर्टफोलियो में ऊंची रेटिंग वाले मनी मार्केट साधन, ऊंची रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी प्रतिभूतियां (G-Secs) का मिश्रण होना चाहिए।

कॉरपोरेट बॉन्ड फंड 3 साल से ज्यादा की अवधि के लिए उपयुक्त होते हैं। यदि आपका निवेश लक्ष्य तीन साल से ज्यादा का है तो आपको डेट फंड में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्सेशन का फायदा मिलता है। कॉरपोरेट बॉन्ड फंड को आपके कोर डेट फंड पोर्टफोलियो का हिस्सा होना चाहिए। ये फंड स्थायी रिटर्न प्रदान कर सकते हैं, इनमें गिरावट का जोखि‍म कम होता है और यदि लंबी अवधि तक निवेश बनाए रखा गया तो ये टैक्स के बाद भी ऊंचा रिटर्न प्रदान करते हैं। निवेशकों को यदि कॉरपोरेट बॉन्ड फंड अपनी निवेश जरूरतों के लिए उपयुक्त लगता हो तो उन्हें अपने वित्तीय सलाहकार से संपर्क करना चाहिए। 

(लेखक मिरे एसेट मैनेजमेंट इंडिया में प्रोडक्ट व मार्केटिंग एवं कम्युनिकेशंस विभाग के प्रमुख हैं। प्रकाशित विचार लेखक के निजी हैं।)


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