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क्‍या होते हैं बैलेंस्ड एडवांटेज फंड, पैसा लगाने से पहले तरीका समझना है आसान

उतार-चढ़ाव वाले बाज़ार में नुकसान से बचने के लिएनिवेशक निवेश करने में बार-बार गलती करते हैं इससे वे महंगा खरीदते हैं और सस्ता बेचते हैं यानी जब तेज़ी होती है तो निवेशक संभावित फायदे से वंचित रह जाने के डर से निवेश करने के लिए बाजार में कूद पड़ते हैं।

By Ashish DeepEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 04:03 PM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 04:03 PM (IST)
क्‍या होते हैं बैलेंस्ड एडवांटेज फंड, पैसा लगाने से पहले तरीका समझना है आसान
जब मार्केट गिर रहा होता है तो नुकसान से बचने के लिए निवेशक हड़बड़ी में बाजार से निकल आते हैं।

नई दिल्‍ली, डीपी सिंह। बाज़ार की अस्थिरता और अनिश्चितता निवेशकों की तर्कहीनता को उजागर करती है। उतार-चढ़ाव वाले बाज़ार में नुकसान से बचने के लिए,निवेशक निवेश करने में बार-बार गलती करते हैं, इससे वे महंगा खरीदते हैं और सस्ता बेचते हैं, यानी जब बाज़ार में तेज़ी होती है तो निवेशक संभावित फायदे से वंचित रह जाने के डर से निवेश करने के लिए बाजार में कूद पड़ते हैं या जब मार्केट गिर रहा होता है तो संभावित नुकसान से बचने के लिए निवेशक बाजार से हड़बड़ी में बाहर निकल आते हैं।

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दरअसल उन्हें इससे उलट करना चाहिए –सस्ता खरीदें और महंगा बेचें। इससे न केवल अस्थिर बाजार में नुकसान कम होता है बल्कि भविष्य में जब बाज़ार चढ़ रहा हो तो ज़ोरदार मुनाफे की नींव भी तैयार होती है। आम तौर पर एक और गलती जो निवेशक करते हैं, वह यह है कि एक परिसंपत्ति वर्ग में निवेश करना और इस उम्मीद से कि इससे उन्हें लंबी अवधि में अस्थिरता से निपटने में मदद मिलेगी। जबकि अस्थिरता का ज़्यादा से ज़्यादा फायदा उठाने के लिए, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को अलग-अलग कैटेगरी को शामिल करना चाहिए क्योंकि किसी भी तरह के बाजार चक्र में सभी परिसंपत्ति वर्ग एक जैसा प्रदर्शन नहीं करते हैं। इसलिए, विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में पर्याप्त निवेश से पोर्टफोलियो की मुनाफ़ा देने की क्षमता बढ़ती है। निवेशक के पोर्टफोलियो में कम जोखिम के साथ बेहतर मुनाफा प्रदान करने वाले परिसंपत्ति मिश्रण के साथ बाजार में निवेश करने के लिए सबसे उपयुक्त समय की तलाश के ज़रिये बाज़ार की अस्थिरता का प्रबंधन किया जा सकता है।

हालांकि, आम निवेशक के लिए ऐसा करना आसान नहीं होता है। बाजार में प्रवेश करने या बाहर निकलने का सही समय तलाशने और अस्थिरता का फायदा उठाने के लिए उपयुक्त परिसंपत्ति के आवंटन के लिए वित्तीय समझ और विशेषज्ञता के स्तर की जरूरत होती है जो अधिकांश निवेशकों में नहीं होती है। यहीं बैलेंस्ड एडवांटेज फंड की ज़रूरत होती है।

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड: अस्थिर बाजार में संतुलन स्थापित करने का काम

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड डायनेमिक एसेट आवंटन या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड श्रेणी से जुड़ा एक ओपन-एंडेड हाइब्रिड फंड है। इन योजनाओं का उद्देश्य है उतार-चढ़ाव को सीमित करना और अस्थिर बाजार में संभावित उछाल को अनुकूलित करना। ऐसा इक्विटी* और डेट इंस्ट्रूमेंट दोनों में निवेश करके और इस एक्सपोजर के सक्रिय प्रबंधन के ज़रिये किया जाता है।

आम तौर पर,

1. जब फंड मैनेजरों को लगता है कि बाज़ार पीक के करीब है...वे स्कीम एसेट में इक्विटी एक्सपोज़र कम कर देते हैं और डेट एक्सपोज़र बढ़ा देते हैं।

2. जब फंड मैनेजरों को लगता है कि बाज़ार लुढ़कने के करीब है....तो वे स्कीम के एसेट में इक्विटी एक्सपोज़र बढ़ा देते हैं और डेट एक्सपोज़र घटा देते हैं। स्कीम एयूएम ... इक्विटी .. डेट]

बाजार में नरमी के दौरान खरीदारी और तेज़ी के समय बेचने की रणनीति से इस स्कीम को कुल मिलाकर कम गिरावट और अधिक मुनाफा कमाने में मदद कर सकती है।

जब फंड मैनेजरों को लगता है कि बाज़ार पीक के करीब है। वे स्कीम एसेट में इक्विटी एक्सपोज़र कम कर देते हैं और डेट एक्सपोज़र बढ़ा देते हैं।

2. जब फंड मैनेजरों को लगता है कि बाज़ार लुढ़कने के करीब है तो वे स्कीम के एसेट में इक्विटी एक्सपोज़र बढ़ा देते हैं और डेट एक्सपोज़र घटा देते हैं।]

बाजार के रुझान और मैक्रो-इकोनॉमिक डाटा, मुनाफा, मूल्यांकन जैसे अन्य कारकों के आधार पर, फंड मैनेजर बाजार में उतार-चढ़ाव का अधिकतम लाभ उठाने के लिए योजना में डेट और इक्विटी में एक्सपोज़र के सम्बन्ध में फैसला करते हैं।

इस फंड का उद्देश्य है विभिन्न बाजार चक्रों के माध्यम से डेट, इक्विटी और इक्विटी से जुड़े उपकरणों में निवेश करना। हालांकि, हर एसेट में आवंटन बाज़ार के बारे में फंड मैनेजर के दृष्टिकोण पर निर्भर हो सकता है। आमतौर पर, इक्विटी मार्केट का प्रदर्शन डेट मार्केट के प्रदर्शन के अनुरूप नहीं होता है। इसलिए, इक्विटी और डेट आवंटन का गतिशील प्रबंधन मुनाफे में थोड़ी स्थिरता प्रदान करने में मदद करता है। एक अलग श्रेणी के रूप में डायनेमिक एसेट एलोकेशन या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने बीते एक साल में 26 प्रतिशत, 3 साल में 9.3 प्रतिशत और 5 साल में 9.6 प्रतिशत का मुनाफ़ा दिया है।

बैलेंस्ड एडवांटेज फंड श्रेणी निम्नलिखित कारणों से हर निवेशक के पोर्टफोलियो का हिस्सा होनी चाहिए:

अस्थिरता बरकरार रहेगी: दुनिया भर के वित्तीय बाजार अस्थिर बने रहेंगे, खासकर कोविड-19 महामारी के कारण। वैश्विक वृद्धि दर में अनिश्चितता, भू-राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ विभिन्न घरेलू कारकों के कारण इक्विटी और डेट दोनों बाज़ारों में अस्थिरता बनी रहने की संभावना है। अस्थिरता का मुकाबला करने के लिए, निवेशकों को बैलेंस्ड एडवांटेज फंड जैसे फंड में निवेश करने की ज़रुरत है जो इस अस्थिरता को आसानी से पार कर लेता है।

परिसंपत्ति आवंटन: अधिकांश निवेशकों के लिए अपने पोर्टफोलियो के परिसंपत्ति आवंटन पर लगातार नज़र रखना मुश्किल होता है। इसके लिए वित्तीय बाजारों की गहन समझ, शोध और विश्लेषण की ज़रूरत है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का उद्देश्य है इसे गतिशील रूप से प्रबंधित करना और बाजार के स्थितियों के अनुरूप परिसंपत्ति मिश्रण बनाए रखना।

गिरावट सीमित करना: बढ़ते बाजार में हर कोई असाधारण मुनाफा कमाना चाहता है, ऐसे में किसी पोर्टफोलियो में दीर्घकालिक धन सृजन के लिए जो आवश्यक है, वह है गिरते बाजार में नुकसान या गिरावट को सीमित करना। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड के पीछे मूल विचार है गिरते बाजार में गिरावट को सीमित करना है। यह बढ़ते बाजार में अपने इक्विटी एक्सपोजर को कम करके और फिर बाज़ार के निचले स्तर से उबरने के हालात में अपने इक्विटी एक्सपोजर बढ़ाकर करता है।

बाजार में सटीक समय चुनने की ज़रूरत भी दूर करता है: बाजारों की बारीकी से निगरानी कर और बाजार में निवेश करने या बाहर निकलने के लिए उपयुक्त समय का पता लगाकर उचित परिसंपत्ति आवंटन किया जा सकता है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में निवेश करने से बाजार का सटीक समय चुनने की जरूरत खत्म हो जाती है क्योंकि फंड आपके लिए यह काम करता है और उसी के अनुसार आपके निवेश की योजना बनाता है। निवेशक बाजार में सही अवसर की तलाश का काम विशेषज्ञ फंड मैनेजरों पर छोड़ सकते हैं।

इक्विटी कराधान का लाभ: बैलेंस्ड एडवांटेज फंड का कराधान फंड के सकल एक्सपोजर पर निर्भर करता है, यानी, यदि बीएएफ का इक्विटी और इक्विटी से संबंधित उपकरणों में सकल एक्सपोजर का लगभग 65 प्रतिशत है, तो फंड में इक्विटी कर लगेगा या यदि यह डेट केन्द्रित है डेट से जुड़े कराधान के नियम लागू होंगे। उद्योग की अधिकांश बीएएफ योजनाएं इक्विटी कराधान के नियमों का पालन करती हैं। इसका मतलब यह है कि अपेक्षाकृत कम नेट इक्विटी एक्सपोजर (लॉन्ग इक्विटी और आर्बिट्रेज) जैसे 30 प्रतिशत पर भी, किसी बीएएफ निवेशक को इक्विटी कराधान से लाभ मिल सकता है।

(लेखक SBI म्यूचुअल फंड के चीफ बिज़नेस ऑफिसर (CBO) हैं। छपे विचार उनके निजी हैं।)


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