Economic Survey 2020: ग्लोबल कमर्शियल सर्विस एक्सपोर्ट में भारत का हिस्सा बढ़कर हुआ 3.5 फीसद
सर्वे के अनुसार अप्रैल से सितंबर 2019 के बीच ग्रोस एफडीआई इक्विटी इन्फ्लो में सर्विस सेक्टर 33 फीसद का उछाल प्राप्त करके 17.58 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।
नई दिल्ली, एएनआई। इकोनॉमिक सर्वे 2020 आज शुक्रवार को संसद के बजट सत्र में रख दिया गया है। सर्वे के अनुसार, सर्विस सेक्टर का अर्थव्यवस्था और सकल मूल्यवर्धन (GVA) में 55 फीसद योगदान है। इस सेक्टर का भारत में आने वाले कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) में दो-तिहाई योगदान है और भारत के निर्यात में करीब 38 फीसद योगदान है। सर्वे के अनुसार, अप्रैल से सितंबर 2019 के बीच ग्रोस एफडीआई इक्विटी इन्फ्लो में सर्विस सेक्टर 33 फीसद का उछाल प्राप्त करके 17.58 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है।
India's share in global commercial services exports up at 3.5 pc
Read @ANI Story | https://t.co/H4Rz2oq8BB" rel="nofollow pic.twitter.com/ezQgNiDsJX — ANI Digital (@ani_digital) January 31, 2020
यह उछाल सूचना एवं प्रसारण, एयर ट्रांसपोर्ट, टेलीकम्युनिकेशन, कंसल्टेंसी सर्विसेज और होटल व टूरिज्म जैसे सब-सेक्टर्स में मजबूत इन्फ्लो के कारण देखने को मिला है। पिछले सालों में सर्विस एक्सपोर्ट बेहतर प्रदर्शन करने वाला एक्सपोर्ट रहा है। इससे दुनिया के कमर्शियल सर्विस एक्सपोर्ट में भारत की भागिदारी में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है। यह 2018 में 3.5 फीसद पहुंच गया है।
सर्विस सेक्टर में टूरिज्म सेवाएं ग्रोथ का मुख्य इंजन है, यह जीडीपी में योगदान देता है, फॉरेन एक्सचेंज अर्निंग देता है और रोजगार पैदा करता है। हालांकि, वैश्विक ट्रेंड के कारण साल 2018 और 2019 में फॉरेन एक्सचेंज अर्निंग्स की ग्रोथ में सुस्ती आई है।
IT-BPM इंडस्ट्री पिछले दो दशकों से भारत के आयात में अग्रणी रही है। पिछले साल मार्च में इस इंडस्ट्री का आकार 177 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। यह सेक्टर रोजगार वृद्धि और मूल्य संवर्धन के जरिए अर्थव्यवस्था में सीधे योगदान दे रहा है।