Move to Jagran APP

Budget 2019 में म्युचुअल फंड के लिए नहीं मिला कुछ खास, निवेशकों को हासिल हुई निराशा

बजट 2019 से काफी उम्मीद थी कि सरकार म्युचुअल फंड निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें बढ़ाने के लिए कुछ नई स्कीम पेश करेगी।

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 05:37 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 05:37 PM (IST)
Budget 2019 में म्युचुअल फंड के लिए नहीं मिला कुछ खास, निवेशकों को हासिल हुई निराशा
Budget 2019 में म्युचुअल फंड के लिए नहीं मिला कुछ खास, निवेशकों को हासिल हुई निराशा

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। म्युचुअल फंड्स को बजट 2019 से काफी कुछ मिलने की उम्मीद थी। कई म्यूचुअल फंड अधिकारियों का मानना ​​था कि इंडस्ट्री ने लोन और इक्विटी मार्केट में घरेलू बचत को चैनलाइज करने की अपनी क्षमता को साबित किया है, उम्मीद थी कि सरकार म्युचुअल फंड निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें बढ़ाने के लिए कुछ नई स्कीम पेश करेगी। हालांकि, म्चुयुअल फंड इंडस्ट्री को एक बार फिर निराशा मिली।

loksabha election banner

म्युचुअल फंड इंडस्ट्री वित्त मंत्री से डिमांड की एक लंबी लिस्ट तैयार लेकर खड़ी थी। उनमें से सबसे महत्वपूर्ण था इक्विटी म्युचुअल फंड्स पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स का रोल-बैक, जो पिछले बजट में दोबारा पेश किया गया था। हालांकि वित्त मंत्री के बजट भाषण में इसका कोई उल्लेख नहीं मिला। इसी प्रकार, म्युचुअल फंडी इंडस्ट्री पिछले कुछ सालों में टैक्स बेनिफिट के साथ ईएलएसएस और पेंशन उत्पादों की तर्ज पर लोन से जुड़ी सेविंग स्कीम जैसे नए उत्पाद लॉन्च करने के लिए तैयार है। एक अन्य प्रमुख फंड मैनेजर ने कहा कि यह हमारी उम्मीद के विपरीत हुआ। हालांकि हम में से अधिकतर को यकीन नहीं था कि इंडस्ट्री के लिए कोई घोषणा नहीं होगी।

वास्तव में, Amfi ने वित्त मंत्री को 23 पेज की विश लिस्ट भेजी थी। इंडस्ट्री स्टेंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन ने इक्विटी और डेट म्युचुअल फंड दोनों के लिए 16 प्रमुख प्रस्तावों को लिस्टेड किया था। हालांकि इस बजट में इनमें से किसी भी प्रस्ताव पर कुछ नहीं हुआ था। यह है म्युचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए Amfi की बजट विश लिस्ट। कोटक म्युचुअल फंड की सीआईओ-डेब्ट एंड को-हैड प्रोडक्ट लक्ष्मी अय्यर ने कहा कि एक लोन से जुड़ी सेविंग स्कीम (DLSS) ने लोन मार्केट के लिए कई चीजों को सुव्यवस्थित किया होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि उधार कार्यक्रम के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर टैप करना एक सराहनीय कदम है।

निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि सीपीएसई ईटीएफ को ईएलएसएस के अनुरूप लाया जा रहा है यही कदम डायरेक्ट म्युचुअल फंड इंडस्ट्री को प्रभावित करता है, जिसकी इस बजट में घोषणा की गई। ईटीएफ रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश का अवसर साबित हुआ है और भारत सरकार के लिए एक अच्छा साधन बन गया है। इसे और विस्तार देने के लिए सरकार इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) की तर्ज पर ईटीएफ में इन्वेस्ट का ऑप्शन पेश करेगी। यह CPSE में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भी प्रोत्साहित करेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.