वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खोला बजट भाषण रखने के लिए फोल्डर का राज
सीतारमण ने कहा कि मामीजी को लगा कि ऐसा न हो कि यह फोल्डर परिवार की कोई चीज है इसलिए उन्होंने इस पर सत्यमेव जयते का चिन्ह भी लगा दिया ताकि यह सरकारी जैसा लगे।
हरिकिशन शर्मा, नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को जब आम बजट 2019-20 लोक सभा में पेश किया तो जिस एक चीज की खासी चर्चा थी वह था लाल रंग के कपड़े का एक फोल्डर जिसमें लपेटकर उन्होंने अपना बजट भाषण रखा था। यह फोल्डर उनके लिए बेहद खास था क्योंकि इसे उनकी मामी ने खुद अपने हाथों से सिला था। इतना ही नहीं बजट भाषण रखने से पूर्व उनकी मामी इस फोल्डर को लेकर मुंबई के महालक्ष्मी और सिद्धि विनायक मंदिर मन्नत मांगने भी गयीं।
अब तक यह परंपरा रही थी कि जब भी कोई वित्त मंत्री बजट पेश करने आता था तो उसके हाथ में एक सूटकेस या ब्रीफकेस होता था। सीतारमण लीक से हटकर अपने बजट भाषण को कपड़े के इस थैलीनुमा फोल्डर में रखकर लायीं। वित्त मंत्री ने शनिवार को चुनिंदा पत्रकारों के समक्ष खुद इस लाल रंग के फोल्डर के पीछे की कहानी बयां की।
सीतारमण से जब पूछा गया कि वह सूटकेस या ब्रीफकेस में अपना भाषण क्यों नहीं रखकर लायीं तो उन्होंने जवाब दिया, 'सूटकेस, ब्रीफकेस मुझे पसंद नहीं हैं क्योंकि भारत में जब सूटकेस और ब्रीफकेस के बारे में बात करते हैं तो उसका मतलब बिल्कुल अलग होता है।' उन्होंने कहा कि ब्रीफकेस में रखकर बजट दस्तावेज ले जाने की परंपरा अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही थी और यह हमारे देश की प्रणाली नहीं थी।
उन्होंने बताया कि हमारे देश में लोग घर के हिसाब किताब की पुस्तक को कपड़े में लपेट कर रखते हैं। भारत के हर क्षेत्र में इसका कुछ न कुछ तरीका है। दक्षिण भारत में लक्ष्मी पूजा के समय इसी तरह कपड़े में लपेटकर हिसाब की किताब रखी जाती है। उसे पूजा जाता है, फूल रखे जाते हैं। गुजरात और महाराष्ट्र में भी दीवाली के अगले दिन ऐसा होता है, वहीं बिहू के समय असम में भी ऐसा ही किया जाता है। गुजरात में उस लाल कपड़े को सिलाई करके रखते हैं।
सीतारमण ने कहा, 'इसलिए मैने अपना बजट भाषण रखने के लिए लाल रंग का बुक कवर मंगवाया था। हालांकि जब मेरे घर में लोगों ने देखा कि इसमें क्लिप नहीं है तो उन्होंने कहा कि इससे कागज गिर सकते हैं। मेरी मामी, जो मेरे घर में ही रहती हैं और मेरे मामा जो मेरी मां के सगे भाई हैं और ये दोनों मेरे माता-पिता के समान हैं, उन्होंने कहा कि इस तरह भाषण ले जाने में कागज गिर सकते हैं। इसके बाद मेरी मामी ने अपने हाथ से सिलाई करके लाल कपड़े से एक फोल्डर जैसा बनाया।'
सीतारमण ने कहा, 'उनके मन में यह भाव भी था कि मैं पहली महिला वित्त मंत्री के रूप में आम बजट पेश कर रही हूं इसलिए वह सिद्धविनायक मंदिर और महालक्ष्मी मंदिर मुंबई जाएंगी। इसलिए उन्होंने हाथ से जो लाल कपड़े का फोल्डर बनाया था उसे लेकर सिद्धविनायक गयीं और महालक्ष्मी गयीं और पूजा कर वापस ले आयीं। तब तक यहां इस बात की चर्चा थी कि बजट दस्तावेज ले जाने के लिए सूटकेस है या नहीं तो मैने कहा रहने दीजिए मैं इस फोल्डर में रखकर अपना भाषण ले जाऊंगी।'
सीतारमण ने कहा कि मुंबई से लौटने के बाद मामीजी को लगा कि ऐसा न हो कि यह फोल्डर परिवार की कोई चीज है, इसलिए उन्होंने इस पर सत्यमेव जयते का चिन्ह भी लगा दिया ताकि यह सरकारी जैसा लगे। वैसे वित्त मंत्री ने साफ कहा कि इस फोल्डर को बही खाता नाम उन्होंने नहीं दिया।