Budget 2020: चमड़ा उद्योग को बजट से है खास उम्मीद, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार कर सकती है घोषणा
इस वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के दौरान चमड़े और चमड़े के उत्पादों का निर्यात 7.55 फीसद घटकर 3.6 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (CLE) ने मंगलवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि सरकार आगामी बजट में लेबर इंटेंसिव सेक्टर के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए समर्थन उपायों की घोषणा करेगी।
CLE के चेयरमैन अकील अहमद पनारुना ने कहा, 'एक विशाल और बढ़ते वैश्विक बाजार के साथ हमें इस वर्ष विकास के अच्छे अवसर दिख रहे हैं। हम 2020-21 के लिए आगामी बजट में लेदर क्षेत्र के लिए अतिरिक्त समर्थन उपायों की उम्मीद करते हैं, साथ ही हमें विदेशी व्यापार नीति में भी विकास बढ़ने का भरोसा है।'
इस वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर के दौरान चमड़े और चमड़े के उत्पादों का निर्यात 7.55 फीसद घटकर 3.6 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है। 2018-19 में यह 5.7 अरब अमेरिकी डॉलर था। उन्होंने कहा कि गैर-चमड़े के जूते में निर्यात वृद्धि की भारी संभावना है, परिषद ने सरकार को कच्चे माल के आयात पर शुल्क में छूट प्रदान करने का सुझाव दिया है। दुनिया भर के खरीदारों को लुभाने के लिए काउंसिल ने कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है।
अकील अहमद ने कहा, 'इंडिया इंटरनेशनल लेदर फेयर (IILF) का 35वां संस्करण चेन्नई में 31 जनवरी से 3 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसमें कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पादों के अलावा मशीनरी, रसायन के अलावा चमड़ा उद्योग से संबंधित उत्पादों की पूरी सीरिज प्रदर्शित होगी।'
अहमद ने कहा कि यह मेला न केवल सोर्सिंग के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है बल्कि टेक्नोलॉजी में नवीनतम रुझानों को भी समझता है। इस मेले में 300 से अधिक घरेलू और 150 विदेशी कंपनियां भाग लेंगी। काउंसिल चेन्नई में 1-3 फरवरी से डिजाइनर मेले का भी आयोजन कर रही है, जिसमें 10 देश भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, 1 फरवरी को चेन्नई में होने वाली तीसरी रॉ मटेरियल सोर्सिंग मीट, भारतीय कंपनियों और 25 से अधिक विदेशी आपूर्तिकर्ताओं के बीच होगी।