Union Budget Expectations 2020: MTaI चाहता है चिकित्सा उपकरणों पर घटे GST और सीमा शुल्क
Union Budget Expectations 2020 भूटानी ने कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि मेडिकल उपकरणों की मांग का करीब 70 फीसद वैश्विक इनोवेटर्स द्वारा पूरा किया जाता है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। मेडिकल टेक्नोलॉजी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (MTaI) ने बुधवार को सरकार से केंद्रीय बजट 2020-21 में टैक्स और ड्यूटी को स्ट्रीमलाइन करने की मांग की है। एमटीएएल ने क्वालिटी मेडिकल डिवाइसेज की पहुंच लोगों तक बनाने के लिए यह मांग रखी है। एमटीएएल ने एक स्टेटमेंट में कहा कि रुपये में गिरावट और उच्च सीमा शुल्क से चिकित्सा उपकरणों का खर्च बढ़ता है और इससे अच्छी चिकित्सा सेवा तक लोगों की पहुंच नहीं बन पा रही है।
एमटीएएल के डायरेक्टर संजय भूटानी ने कहा, 'उच्च सीमा शुल्क भारत में चिकित्सा उपकरणों की कीमत पर प्रतिकूल असर डाल रहा है, जो कि सरकार द्वारा AB-PMJAY जैसी योजनाओं के माध्यम से आम जनता तक कम कीमत पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करने के प्रयास के विपरीत है।' भूटानी ने कहा कि यह इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि मेडिकल उपकरणों की मांग का करीब 70 फीसद वैश्विक इनोवेटर्स द्वारा पूरा किया जाता है।
एमटीएएल ने अपने स्टेटमेंट में बताया कि उनकी दूसरी मांग मेडिकल उपकरणों पर जीएसटी (GST) दर को कम करने की है। एमटीएएल सरकार से चाहता है कि आगामी बजट में मेडिकल उपकरणों पर जीएसटी दर को 12 फीसद से घटाकर 5 फीसद कर दिया जाए।
MTaI ने सरकार से यह भी मांग रखी है कि आगामी बजट में निर्यात पर टैक्स में प्रोत्साहन दिया जाए। इस समय निर्यात आय पर कोई टैक्स बेनिफिट नहीं है।