Economic Survey 2021: आज पेश होगी आर्थिक समीक्षा, जानिए कौन है इसे तैयार करने वाले कृष्मूर्ति सुब्रमण्यम
बजट सत्र के पहले दिन यानी 29 जनवरी 2021 को वित्त वर्ष 2020-21 की आर्थिक समीक्षा पेश की जाएगी। इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्मूर्ति सुब्रमण्यम पेश करेंगे। हर साल केंद्रीय बजट पेश किए जाने से पहले आर्थिक समीक्षा पेश की जाती है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बजट सत्र के पहले दिन यानी 29 जनवरी, 2021 को वित्त वर्ष 2020-21 की आर्थिक समीक्षा पेश की जाएगी। इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्मूर्ति सुब्रमण्यम तैयार करेंगे। हर साल केंद्रीय बजट पेश किए जाने से पहले आर्थिक समीक्षा पेश की जाती है। देश की अर्थव्यवस्था को समझने के लिए यह जरूरी दस्तावेज है। इसमें राजकोष, महंगाई दर और सभी तरह की आर्थिक गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई रहती है। आर्थिक समीक्षा के पहले जानिए इसे पेश करने वाले के बारे में...
कौन हैं कृष्मूर्ति सुब्रमण्यम
के वी सुब्रमण्यम को 2018 में सरकार का मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे हैदराबाद के इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर थे। आर्थिक सलाहकार का पद तीन साल का होता है। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई की है। वे शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से वित्तीय अर्थशास्त्र में पीएचडी कर चुके हैं।
मालूम हो कि मुख्य आर्थिक सलाहकार का काम विदेश व्यापार और औद्योगिक विकास के मुद्दों पर नीतिगत सलाह देना होता है। इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन के हालात का आकलन और जरूरी आर्थिक संकेतकों पर सांख्यिकी जानकारी जारी रखना है। आईएसबी की वेबसाइट के मुताबिक, सुब्रमण्यम की कारपोरेट कामकाज, बैंकिंग और आर्थिक नीति जैसे विषयों पर अच्छी जानकारी है। वे भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के लिए कारपोरेट गर्वनेंस समिति और भारतीय रिजर्व बैंक के लिए बैंक गवर्नेंस समिति में विशेषज्ञ के तौर पर भी काम कर चुके हैं। सुब्रमण्यम सेबी की वैकल्पिक निवेश नीति, द्वितीयक बाजार एवं शोध पर स्थायी समितियों के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा उनके पास बंधन बैंक, राष्ट्रीय बैंक प्रबंधन संस्थान और आरबीआई अकादमी के निदेशक मंडल में भी काम करने का अनुभव है।
उल्लेखनीय है कि नए वर्ष का बजट तैयार होने से पहले हाल में बीते साल की अपनी सभी आर्थिक गतिविधियों की समीक्षा होती है। यह हमारी वित्तीय जरूरतों और प्रबंधन को समझने में मददगार है।