अभी पैसे-रुपये के मामले में भूल से भी ना करें ये 5 गलतियां, नहीं तो भविष्य में होगी भारी परेशानी
क्रेडिट कार्ड के बकाया बिल पर 36-48 फीसद सालाना की भारी-भरकम दर से ब्याज लगता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है। सुस्ती अब मंदी का रूप लेने लगी है, लोगों की आमदनी के स्रोत पर असर पड़ा है। इसके साथ ही बेरोजगारी अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गई है। विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले समय को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और इस समय कुछ भी कह पाना आसान नहीं है कि यह संकट कितना लंबा चलेगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस समय लोगों और खासकर युवाओं को अपनी सेहत के साथ-साथ वित्तीय सेहत का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए और कुछ भी ऐसा करने से बचना चाहिए जो भविष्य में उन्हें मुश्किल में डाले।
1. क्रेडिट कार्ड का सोच-समझकर इस्तेमाल करें
फाइनेंशियल प्लानर और 'Good Moneying' के संस्थापक मणिकरण सिंघल कहते हैं कि अभी के हालात नाजुक हैं। ऐसे में युवाओं को अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत सोच-समझकर करना चाहिए। आप यह सोचकर नहीं चल सकते हैं कि अभी खर्च कर लेते हैं और बाद में पैसे का पेमेंट कर देंगे। उल्लेखनीय है कि क्रेडिट कार्ड के बकाया बिल पर 36-48 फीसद सालाना की भारी-भरकम दर से ब्याज लगता है। ऐसे में एक समय के बाद क्रेडिट कार्ड का बिल आपके लिए बहुत बड़ा वित्तीय बोझ बन जाएगा। इसलिए क्रेडिट कार्ड से उतना ही खर्च करें, जिसका पूरा भुगतान आप हर महीने करने में सक्षम हों।
2. निवेश से ज्यादा इमरजेंसी फंड पर ध्यान दें
फाइनेंशियल प्लानर शिल्पी जौहरी कहती हैं कि इस वक्त लोगों को निवेश से ज्यादा अपने इमरजेंसी फंड पर ध्यान देना चाहिए। जिन लोगों ने अब तक इमरजेंसी फंड तैयार नहीं किया हैं, उन्हें वर्तमान परिस्थितियों से सबक लेते हुए इमरजेंसी फंड तैयार करना चाहिए। सिंघल ने भी इसी तरह की राय जाहिर करते हुए कहा कि इस समय स्टॉक मार्केट नीचे है और कई कंपनियों के शेयर नीचे हैं तो ऐसी स्थिति में लालच में आकर लोगों को इमरजेंसी फंड का पैसा मार्केट में इंवेस्ट करने से बचना चाहिए।
3. जरूरी खर्च हीं करें
सिंघल और जौहरी दोनों ने लोगों को चेताया कि यह समय लग्जरी पर नहीं बल्कि केवल बेहद जरूरी चीजों पर खर्च करने का है। सिंघल ने कहा कि आने वाला समय अनिश्चितताओं से भरा है और किसी को यह समझ नहीं आ रहा कि यह संकट कितना लंबा चलेगा। इसलिए वृहद पैमाने पर वेतन में कटौती और नौकरियों में छंटनी की स्थिति के लिए हमें तैयार रहना चाहिए। ऐसी स्थिति में आपके पास जो भी पैसे हैं, उसे बहुत जरूरी चीजों पर ही खर्च करें।
4. पैसे का निवेश सोच-समझ कर करें
जौहरी ने कहा कि इस समय लंबी अवधि के इंवेस्टमेंट को टालने का समय है। आपको यह मानकर चलना होगा कि आपको किसी भी वक्त पैसे की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में आप ऐसी जगहों पर अपने पैसे को रखें जहां से आसानी से उन्हें बहुत कम वक्त में भुना सकें।
5. इंश्योरेंस बंद करने की भूल ना करें
जौहरी और सिंघल दोनों ने जोर देकर कहा कि इस समय भूलकर भी टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस को बंद करने की गलती किसी को भी नहीं करनी चाहिए। सिंघल ने कहा कि लोगों को अपने जरूरी खर्चों और गैर-जरूरी खर्चों की एक सूची बनानी चाहिए और इंश्योरेंस को जरूरी खर्चों को लिस्ट में शामिल करना चाहिए।