डब्ल्यूटीओ ने घटाया विकास दर, सुरेश प्रभु बोले- यह चिंता की बात
श्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने इस वर्ष के लिए ग्लोबल ट्रेड की विकास दर का अनुमान घटाकर 3.9 फीसद कर दिया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) ने इस वर्ष के लिए ग्लोबल ट्रेड की विकास दर का अनुमान घटाकर 3.9 फीसद कर दिया है। इससे पहले संगठन ने वर्ष 2018 के लिए ग्लोबल ट्रेड के 4.4 फीसद की दर से विकास का अनुमान जाहिर किया था। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने डब्ल्यूटीओ द्वारा ग्लोबल ट्रेड का विकास दर अनुमान का अनुमान घटाया जाना चिंता की बात है। इसे बेहद गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है।
एक ट्वीट में प्रभु ने कहा, ‘सभी देशों को डब्ल्यूटीओ की इस चिंता को गंभीरता से लेना चाहिए। ग्लोबल ट्रेड की धीमी रफ्तार का सभी देशों पर बुरा असर पड़ेगा। खास तौर पर विकासशील देशों पर इसका सबसे ज्यादा असर दिखेगा।’ अपनी रिपोर्ट में गुरुवार को डब्ल्यूटीओ ने कहा कि ट्रेड वार के गहराने और सभी प्रमुख बाजारों में कर्ज की उपलब्धता घटने से चालू वर्ष की बची अवधि समेत अगले वर्ष में कारोबारी विकास की दर धीमी रहेगी। संगठन ने कहा कि कारोबार में विकास जारी रहेगा, लेकिन गति पहले के अनुमानों के मुकाबले धीमी हो जाएगी।
इस वर्ष अप्रैल में डब्ल्यूटीओ ने चालू वर्ष के लिए ग्लोबल ट्रेड के 4.4 फीसद की दर से विकास का अनुमान लगाया था। संगठन ने यह भी कहा कि विकसित देशों ने मौद्रिक नीति को कठोर किया है। इससे विभिन्न देशों की मुद्राओं में अस्थिरता आई है। यह अस्थिरता आने वाले महीनों में जारी रह सकती है। डब्ल्यूटीओ के महानिदेशक रॉबटरे अजेवेदो ने कहा कि कारोबारी विकास की गति मजबूत है। लेकिन महत्वपूर्ण कारोबारी सहयोगियों के बीच तनाव के चलते इसकी गति धीमी हो रही है।