विप्रो के मुनाफे में आई डेढ़ फीसद की गिरावट
देश की दिग्गज आइटी कंपनी विप्रो को इस बार घाटा हुआ है। कंपनी के मुनाफे में डेढ़ फीसद की गिरावट दर्ज की गई है।
बेंगलुरु, पीटीआइ : देश की दो दिग्गज आइटी कंपनियों- टीसीएस व इंफोसिस ने मार्च में समाप्त चौथी तिमाही के मुनाफे में शानदार बढ़ोतरी दिखाई, मगर विप्रो की हालत ऐसी नहीं रही। देश की इस तीसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी का बीते वित्त वर्ष 2015-16 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 1.6 फीसद घटकर 2,235 करोड़ रुपये रह गया।
इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में विप्रो का शुद्ध मुनाफा 2,272 करोड़ रुपये था। इसके उलट समीक्षाधीन तिमाही में टीसीएस का लाभ 72.7 फीसद उछला, जबकि इंफोसिस का मुनाफा 16 फीसद बढ़ गया।
विप्रो पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के दौरान अपनी आमदनी को 12.9 फीसद बढ़ाकर 13,741.7 करोड़ रुपये पर पहुंचाने में कामयाब रही। इस दौरान कंपनी की आइटी सेवाओं से आय 13.8 फीसद बढ़कर 12796.7 करोड़ रुपये हो गई।
जहां तक पूरे वित्त वर्ष 2015-16 का सवाल है, तो इस दौरान आइटी कंपनी का शुद्ध लाभ 2.7 फीसद बढ़कर 8,892.2 करोड़ रुपये हो गया। समीक्षाधीन वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 9.1 फीसद बढ़कर 51,630.7 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
कंपनी ने आगे भी अपने मुनाफे में एक से तीन फीसद की मामूली वृद्धि की उम्मीद जाहिर की है। विप्रो के बोर्ड ने कंपनी को चार करोड़ शेयर बायबैक करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। इस बायबैक पर कंपनी को लगभग 2,500 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
विप्रो में कर्मचारियों की संख्या में महज 119 की बढ़ोतरी हुई है। कंपनी में फिलहाल 1,72,912 कर्मचारी कार्यरत हैं।
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