शक्तिकांत दास बोले RBI की स्वायत्तता बनाए रखने की करेंगे कोशिश, PSB प्रमुखों से आज कर सकते हैं मुलाकात!
दास ने कहा कि उनका पहला फोकस बैंकिंग सेक्टर पर होगा।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आरबीआई के नए गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को कहा कि वह आरबीआई के मूल्यों, विश्वसनीयता और स्वायत्तता को बनाए रखने की कोशिश करेंगे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आरबीआई गवर्नर की जिम्मेदारी संभालना सम्मान की बात है। दास ने कहा कि उनका पहला फोकस बैंकिंग सेक्टर पर होगा। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि वो आज सरकारी बैंक प्रमुखों से मुलाकात भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, "मैं भारतीय रिजर्व बैंक की स्वायत्तता, अखंडता और विश्वसनीयता को कायम रखूंगा। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि यह बरकरार है।" उन्होंने कहा, "आरबीआई एक महान संस्था है, इसकी लंबी और समृद्ध विरासत है।" दास ने कहा कि मैंने कल यानी गुरुवार को सरकारी बैंकों के एमडी और सीईओ के साथ मुंबई में एक बैठक बुलाई है।
शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को हुआ था। उन्होंने इतिहास में एमए किया है और तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। शक्तिकांत दास पूर्व वित्तीय सचिव और वित्तीय आयोग के मौजूदा सदस्य हैं। दास का कार्यकाल तीन साल के लिए होगा। दास 2015 से 2017 के बीच आर्थिक मामलों के सचिव रह चुके हैं और उन्होंने केंद्रीय बैंक के साथ काफी करीबी से काम किया है। फिलहाल वह वित्तीय आयोग के सदस्य हैं। इसके अलावा वह जी-20 सम्मेलन में भारत के आधिकारिक प्रतिनिधि हैं।
सरकार ने शुरुआती तौर पर दास को वित्त मंत्रालय में राजस्व विभाग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी थी और बाद में उन्हें आर्थिक मामलों का सचिव बना दिया गया। मोदी सरकार के नोटबंदी के दौरान दास की अहम भूमिका थी। बता दें कि पूर्व गवर्नर ऊर्जित पटेल के सोमवार को दिए अचानक इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया था। वह आरबीआई के 25वें गवर्नर होंगे।