Vodafone-Idea को लगा बड़ा झटका, विलय के बाद कंपनी को पहली तिमाही में हुआ 4,973 करोड़ का नुकसान
31 अगस्त को हुए मर्जर के बाद 422 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ वोडा-आइडिया देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वोडाफोन आइडिया ने बुधवार को जारी सितंबर तिमाही के नतीजों में 4,973 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज कराया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि विलय के बाद ये कंपनी के पहले वित्तीय तिमाही नतीजे रहे हैं। इसके साथ ही कंपनी ने गलाकाट प्रतिस्पर्धा के बीच 25,000 करोड़ रुपये का फंड निवेश करने की भी घोषणा की है। गौरतलब है कि वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर का विलय 31 अगस्त, 2018 को पूरा हुआ था।
31 अगस्त को हुए मर्जर के बाद 422 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ ये देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई है और इस तिमाही इसका समेकित राजस्व 7,663 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने जानकारी दी है कि 25,000 करोड़ रुपये के ताजा निवेश में से वोडाफोन नई कंपनी में 11,000 करोड़ का निवेश करेगा जबकि आदित्य बिरला ग्रुप जो कि आइडिया का मालिकाना हक रखता है उसने 7,250 करोड़ रुपये का निवेश करने के संकेत दिए हैं। यह बताता है कि प्रमोटर्स लंबे समय तक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हैं।
वोडाफोन आइडिया की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि समीक्षाधीन तिमाही के नतीजों में 30 अगस्त, 2018 तक के आइडिया सेल्युलर के परिणाम और वोडाफोन आइडिया के 31 अगस्त से 30 सितंबर तक के नतीजे शामिल हैं। इन दोनों कंपनियों के विलय की घोषणा टेलिकॉम सेक्टर में जियो की एंट्री के बाद से बढ़ी प्रतिस्पर्धा के कुछ ही महीनों बाद कर दी गई थी। जियो ने एंट्री के बाद से ही मुफ्त में डेटा देकर और प्रतिस्पर्धात्मक कीमतें रखकर टेलिकॉम सेक्टर में हलचल मचा दी थी।