विस्तारा में जल्द शुरू हो सकती है इनफ्लाइट डेटा सर्विस, शुरुआत में केवल डेटा सुविधा मिलेगी
उन्होंने बताया कि विस्तारा और नेल्को ने यात्रियों को यह सुविधा देने के लिए इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) से सेटेलाइट पर ट्रांसपोंडर भी लिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विस्तारा के देश में इनफ्लाइट कनेक्टिविटी देने वाली पहली एयरलाइंस बनने की संभावना है। जल्दी ही टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम विस्तारा एयरलाइंस में इस सुविधा की शुरुआत होगी। एयरलाइन ने टाटा समूह की एक अन्य कंपनी नेल्को के साथ इसके लिए करार किया है। एयरलाइंस फिलहाल सिर्फ डेटा सर्विस ही उपलब्ध कराएगी। अलबत्ता ओवर द टॉप (ओटीटी) के जरिए वाट्सएप काल की जा सकेंगी। दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने बताया कि इस सुविधा को अमली जामा पहनाने के लिए पर्याप्त स्पेक्ट्रम आवंटित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि विस्तारा और नेल्को ने यात्रियों को यह सुविधा देने के लिए इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) से सेटेलाइट पर ट्रांसपोंडर भी लिया है।
'वे हमारे पास स्पेक्ट्रम आवंटन की मांग लेकर आए थे जिसे हमने पूरा कर दिया है। जल्दी ही उनकी तरफ से यह सेवा शुरू होने की संभावना है।' दूरसंचार सचिव ने बताया कि फ्लाइट एंड मैरीटाइम कनेक्टिविटी रूल्स 2018 के तहत एयरलाइंस वॉयस और डेटा दोनों तरह की सेवाएं यात्रियों को प्रदान कर सकती हैं। इन नियमों को सरकार ने दिसंबर 2018 में अधिसूचित किया था। लेकिन विस्तार इसकी शुरुआत फिलहाल डेटा सर्विस से कर रही है। उड़ान के दौरान वाइ-फाई सेवाओं के लिए टैरिफ तय करने का जहां तक सवाल है दूरसंचार सचिव ने कहा सरकार टैरिफ का नियमन नहीं करेगी।
'यह उन पर निर्भर करेगा कि वे क्या टैरिफ तय करते हैं। हो सकता है एयरलाइनें कुछ एड ऑन सेवाएं भी दें। लेकिन उसके लिए वो शुल्क वसूलेंगी या नहीं या कितना वसूलेंगी, यह उनको तय करना है।' विस्तारा में टाटा संस की 51 परसेंट हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी सिंगापुर एयरलाइंस के पास है। पिछले ही महीने नेल्को ने जनवरी में इनफ्लाइट डेटा कनेक्टिविटी सेवा शुरू करने की बात कही थी। लेकिन तब कंपनी ने एयरलाइन के नाम की घोषणा नहीं की थी। इस वर्ष मार्च में नेल्को ने दूरसंचार विभाग से इनफ्लाइट एंड मैरीटाइम कनेक्टिविटी सर्विस देने के लिए लाइसेंस प्राप्त किया था। सरकार के नियमों के मुताबिक भारतीय वायुसीमा में न्यूनतम 3000 मीटर की ऊंचाई के बाद ही इन सेवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।