कंपनी कर घटाने की अमेरिकी उद्योग जगत ने की सराहना, कहा-आर्थिक नरमी दूर करने में मिलेगी मदद
अमेरिका के उद्योग जगत ने भारत में कंपनी कर में करीब 10 फीसद कटौती की सराहना की है।
नई दिल्ली, एजेंसी। अमेरिका के उद्योग जगत ने भारत में कंपनी कर में करीब 10 फीसद कटौती की सराहना की है। अमेरिकी उद्योग जगत ने कहा है कि सरकार के इस फैसले से आर्थिक नरमी को दूर करने में मदद मिलेगी साथ ही वैश्विक कंपनियों को भारत में विनिर्माण का केंद्र शुरू करने सहूलियत होगी।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर में करीब 10 फीसद की कटौती की घोषणा की। मौजूदा कंपनियों के लिए यह दर अब 25.17 फीसद और नई विनिर्माण कंपनियों के लिए 17.01 फीसद है। अमेरिका- भारत रणनीतिक एवं भागीदारी फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, 'कॉरपोरेट कर दरें कम करने की हमारी पुरानी मांग पर सुनवाई करने के लिए हम सरकार की सराहना करते हैं। यह कदम भारतीय कंपनियों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा तथा भारत को विनिर्माण का बड़ा केंद्र बनाने का विकल्प उपलब्ध करायेगा।' उन्होंने कहा, 'आर्थिक नरमी को पलटने के लिए उठाया गया यह एक स्वागतयोग्य कदम है।'
अघी ने इस बात का भरोसा जाहिर किया कि न्यूयॉर्क में 24 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होने वाली मुलाकात से पहले दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव का समाधान निकाल लिया जाएगा।
वित्त मंत्रलय की घोषणा के मुताबिक इस वर्ष पहली अक्टूबर के बाद भारत में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने वाली कंपनियों को अब महज 17.01 फीसद का टैक्स देना होगा। यह दर आसियान क्षेत्र में भारत को सबसे आकर्षक टैक्स दर वाले निवेश स्थल के तौर पर स्थापित कर सकता है। भारत में कॉरपोरेट टैक्स की प्रभावी दर अभी तक 35 फीसद के करीब थी। इस तरह की खबरें लगातार हैं कि चीन की लेदर, टेक्सटाइल व छोटी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां थाइलैंड व वियतनाम को नया ठिकाना बना रही हैं। ऑटो पार्ट्स व बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के लिए भी चीन महंगा होता जा रहा है।