उर्जित पटेल की संरक्षणवाद पर दो टूक, Apple और IBM अगर टैलेंट नहीं जुटातीं तो उनका क्या होता
उर्जित पटेल ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ते संरक्षणवाद पर चिंता जताई है
नई दिल्ली (पीटीआई)। संरक्षणवाद के खिलाफ चेतावनी जारी करते हुए आरबीआई के गर्वनर उर्जित पटेल ने आगाह किया कि अगर अमेरिकन कंपनियां जैसे कि एप्पल, सिस्को और आईबीएम ने दुनिया भर के टैलेंट और उत्पादों पर जोर नहीं दिया होता तो वो आज कहां होतीं। गौरतलब है कि उर्जित पटेल ने यह बात कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक लेक्चर के दौरान कही।
उर्जित पटेल ने कहा, “मैं नहीं मानता कि हमने अमेरिकन नीति के संबंध में यह शब्द सुना है। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह एक बड़ा धक्का है क्योंकि दुनिया को एक खुली व्यापार प्रणाली से फायदा हुआ है।” उर्जित पटेल ने यह प्रतिक्रिया तब दी जब उनसे दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ते संरक्षणवाद को लेकर सवाल पूछा गया। कोलंबिया यूनीवर्सिटी के इंटरनेशनल और पब्लिक अफेयर्स से जुड़े एक स्कूल में व्याख्यान के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि अमेरिका सहित दुनियाभर की सबसे कुशल कंपनियों के शेयरों की कीमतें आज ग्लोबल सप्लाइ चेन की वजह से इतनी ऊंची है। उन्होंने कहा, “एप्पल कहां होता, सिस्को कहां होता और आईबीएम कहां होता अगर वो दुनिया भर से बेस्ट टैलेंट और बेस्ट प्रोडक्ट नहीं जुटाते। अगर ये नीतियां इस रास्ते में आएंगी तो आखिरकार संरक्षणवाद को समर्थन करने वाले किसी देश में बड़ी संपत्ति पैदा करनेवाली कंपनियां प्रभावित होंगी।”
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