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लॉकडाउन के कारण मार्च में UPI लेनदेन में कमी, RTGS में आई तेजी

एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक IMPS (तत्काल भुगतान सेवा) लेनदेन की संख्या भी मार्च में घटकर 21.68 करोड़ रह गई जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 24.78 करोड़ था।

By NiteshEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 03:56 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 06:57 PM (IST)
लॉकडाउन के कारण मार्च में UPI लेनदेन में कमी, RTGS में आई तेजी
लॉकडाउन के कारण मार्च में UPI लेनदेन में कमी, RTGS में आई तेजी

नई दिल्ली, पीटीआइ। UPI पेमेंट सिस्टम के जरिए मार्च महीने में लेनदेन में कमी आई है। इसमें पिछले कई महीनों से तेजी थी। कोरोना वायरस की वजह से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन से यूपीआई लेनदेन में कमी आई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक मार्च में यूपीआई लेनदेन की संख्या घटकर 124.68 करोड़ रह गई, जबकि फरवरी में 132.57 करोड़ थी। इसी तरह यूपीआई लेनदेन का मूल्य भी फरवरी के 2.23 लाख करोड़ रुपये से घटकर मार्च में 2.06 करोड़ रुपये रह गया। कुछ महीनों को छोड़ दें तो यूपीआई लेनदेन की संख्या और मूल्य, दोनों लगातार बढ़े हैं।

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भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा विकसित यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) तत्काल भुगतान प्रणाली है। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया था, जिससे यूपीआई लेनदेन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

हालांकि, लॉकडाउन का कितना असर रहा है यह अप्रैल के आंकड़े आने के बाद पता चलेगा। एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक IMPS (तत्काल भुगतान सेवा) लेनदेन की संख्या भी मार्च में घटकर 21.68 करोड़ रह गई, जबकि फरवरी में यह आंकड़ा 24.78 करोड़ था।

इस दौरान लेनदेन का मूल्य भी 2.14 लाख करोड़ रुपये से घटकर 2.01 लाख करोड़ रुपये रह गया। इस बीच रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक आरटीजीएस (तत्काल सकट निपटान) लेनदेन फरवरी के मुकाबले मार्च में 34 फीसद बढ़कर 120.47 लाख करोड़ रुपये हो गया। 


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