SBI ने एक साल में 1 लाख करोड़ रुपए के डिजिटल ट्रांजैक्शन का रखा लक्ष्य
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का वित्त वर्ष 2017-18 के लिए 5.2 लाख एक्सेप्टेंस टच प्वाइंट्स बनाने का लक्ष्य है
नई दिल्ली (पीटीआई)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को कहा है कि उसका लक्ष्य डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देकर सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम को सपोर्ट करने का है। एसबीआई ने वित्त वर्ष 2018 के लिए 5.2 लाख एक्सेप्टेंस टच प्वाइंट्स बनाने का लक्ष्य रखा है जिसके जरिए एक लाख करोड़ रुपये मूल्य के डिजिटल ट्रांजैक्शन किये जाएंगे।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी एक स्टेटमेंट में कहा है कि सरकार की ओर से लॉन्च किए गए डिजिटल इंडिया और डिजी धन मेला कैंपेन के तहत कई पहल को अमल में लाया गया है। नाबार्ड स्कीम के तहत 110 गांवों को डिजिटल इकोसिस्टम में विकसित करना और 12,500 गांवों में 25000 टर्मिनल लगाने का लक्ष्य है। एसबीआई ने यह भी कहा है कि वित्त वर्ष 2017-18 में बैंक का लक्ष्य 5.2 लाख एक्सेप्टेंस टच प्वाइंट्स, जिसमें 4 लाख डिजिटल पीओएस शामिल है (भारत क्यूआर और आधार पे), हासिल करना है। इससे कलेक्टिवली एक लाख करोड़ रुपये प्राप्त होंगे।
एसबीआई चेयरपर्सन अरुधंती भट्टाचार्य का कहना है कि सरकार, बैंक और तकनीकि कंपनियों की ओर से डिजिटल इंडिया मुहीम को बढ़ावा देने से भारत डिजिटली सशक्त सामज में बदल रहा है और एसबीआई डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया में एक अहम भूमिका निभा रहा है।
एसबीआई के एमडी रजनीश कुमार का कहना है कि यूपीआई और आधार पे दोनों ही बहुत इनोवेटिव प्लेटफॉर्म है जो कि लागत में दक्षता और ग्राहकों को सहुलियत मुहैया कराएगा। साथ ही बैंक ने भी कहा कि वह ग्राहकों की सहुलियत के लिए और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स व सेवाओं को लाते रहेगा। आपको बता दें कि ऑनलाइन एसबीआई (बैंक का वेब बैंकिंग प्लेटफॉर्म) वैश्विक स्तर पर पांचवीं सबसे ज्यादा यूज की जाने वाली फाइनेंनशियल साइट है।