UIDAI ने आधार डाटा में सेंध की रिपोर्ट को खारिज किया
UIDAI ने अपने एक बयान में उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है जिसमें आधार प्रणाली में विदेशी एजेंसियों के सेंध लगाने की खबर सामने आ रही थीं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआइ) ने आधार प्रणाली में विदेशी एजेंसियों के सेंध लगाने की खबर को बेबुनियाद बताते हुए खारिज किया है। उसने रविवार को कहा कि आधार की सुरक्षा के लिए मजबूत व्यवस्था की गई है। यूआइडीएआइ का बयान विकिलीक्स की रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि सीआइए ने कथित रूप से आधार डाटाबेस तक पहुंच कायम कर ली है।
आरोप को खारिज करते हुए प्राधिकरण ने कहा कि आधार बायोमीटिक कैप्चर सिस्टम देश के भीतर विकसित किया गया है। इसमें किसी तरह के अवैध कैप्चर और डाटा के ट्रांसमिशन को रोकने के लिए पर्याप्त और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उसने कहा कि कुछ निहित स्वार्थ वाले ऐसी गलत सूचना फैला रहे हैं।
अरुण जेटली ने कही ‘1अरब-1अरब-1अरब’ विजन की बात
अरुण जेटली ने रविवार को अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, वित्तीय समावेशन में तेजी लाने के लिए इंडिया, सरकार के जेएएम ट्रिनिटी दृष्टिकोण (जन धन, आधार और मोबाइल) पर आधारित '1 अरब-1 अरब-1 अरब' विजन की पहुंच के भीतर है। उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, “1 अरब आधार नंबर 1 अरब बैंक खातों और 1 अरब मोबाइल फोन के साथ लिंक हो जाएंगे। जब ऐसा हो जाएगा, तो पूरा देश वित्तीय और डिजिटल मुख्यधारा का हिस्सा बन जाएगा।” जेटली ने यह पोस्ट सरकार की महत्वाकांक्षी वित्तीय समावेश योजना प्रधान मंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) की तीसरी वर्षगांठ पर लिखी है, जिसका उद्देश्य वित्तीय रुप से नजरअंदाज लोगों को इसके दायरे में लाना है।