Move to Jagran APP

Trump India Visit: अमेरिका के दबाव में आने को तैयार नहीं भारत, आरसेप जैसे रुख पर ही बने रहने का दिया संकेत

भारत से अमेरिका को सालाना 52 अरब डॉलर का निर्यात होता है जबकि अमेरिका से भारत को सालाना लगभग 34 अरब डॉलर का निर्यात होता है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 08:08 AM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 08:41 AM (IST)
Trump India Visit: अमेरिका के दबाव में आने को तैयार नहीं भारत, आरसेप जैसे रुख पर ही बने रहने का दिया संकेत
Trump India Visit: अमेरिका के दबाव में आने को तैयार नहीं भारत, आरसेप जैसे रुख पर ही बने रहने का दिया संकेत

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत के साथ अमेरिका के हित में व्यापार समझौते को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कितने इच्छुक हैं इसका अंदाजा पिछले दिनों उनके कई बयानों से लगता रहा है। कश्मीर, सीएए जैसे मुद्दों पर भी बातचीत का संदेश देकर दबाव बनाने की रणनीति भी हो रही है। लेकिन भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का मत है कि किसी भी प्रकार की व्यापार वार्ता में भारत का हित सवरेपरि होगा। इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

loksabha election banner

वाणिज्य मंत्रालय का साफ मानना है कि रीजनल को-ऑपरेशन इन इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आरसेप) की तरह ही अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता के दौरान भी हमारा रुख रहेगा। भारत का बाजार दूसरों के लिए खोलने के मामले में कूटनीति नहीं बल्कि व्यापारिक हित आधार होगा। खुद केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी दो दिन पहले इसका संकेत दे चुके हैं।

भारत से अमेरिका को सालाना 52 अरब डॉलर का निर्यात होता है जबकि अमेरिका से भारत को सालाना लगभग 34 अरब डॉलर का निर्यात होता है। भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार अमेरिका है जहां भारत अपना 16 फीसद निर्यात करता है। भारत 17.8 फीसद निर्यात यूरोपीय यूनियन को करता है।सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी शराब जिम बीम को भारतीय बाजार में सस्ता करने का दबाव दिया जा रहा है।

अभी जिम बीम शराब पर भारतीय बाजार में 150 फीसद शुल्क लगता है। अमेरिका इस शुल्क को कम से कम स्तर पर लाना चाहता है कि ताकि भारतीय बाजार में वह दूसरी मध्यम दर्जे की शराब के साथ प्रतिस्पर्धा में आ सके। कंफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (सीआइएबीसी) के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका पहले से ही भारत में 1900 करोड़ रुपये का अल्कोहल बेचता है, जबकि भारत से अमेरिका को मात्र 50 करोड़ रुपये का अल्कोहल जाता है।

सीआइएबीसी के महानिदेशक विनोद गिरी ने बताया कि उन्होंने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय को पत्र लिखकर जिम बीम के लिए टैरिफ कम नहीं करने की मांग की है। अगर जिम बीम के लिए टैरिफ कम किया जाता है तो इसका फायदा अन्य देशों की शराब को भी होगा, जिससे भारत में बनने वाली शराब की बिक्री प्रभावित होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.