ट्राई ने एप्पल पर लगाया आरोप, कहा कंपनी नहीं कर रही DND लागू
TRAI ने एप्पल पर भारत में डेटा कलोनाइजेशन और एंटी कंज्यूमर गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। टेलिकॉम नियामक ट्रार्ई ने आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल पर भारत में डेटा कलोनाइजेशन और एंटी कंज्यूमर गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। नियामक का कहना है कि कंपनी ग्राहकों को परेशान करने वाली कॉल्स और अनचाहे मैसेजेस से जुड़ी जानकारी ना तो सेवा प्रदाता को उपलब्ध करा रही है और ना उसे सार्वजनिक तौर पर ऑथोरिटीज के साथ साझा कर रही है।
ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने कहा, ‘जैसा कि गूगल एंड्रॉयड हमारे डू नॉट डिस्टर्ब (डीएनडी) एप को सपोर्ट करता है, लेकिन एप्पल इस मुद्दे पर केवल चर्चा ही कर रहा है। इसके अलावा कंपनी ने और कुछ नहीं किया।’
ट्राई ने बीते वर्ष जून में डीएनडी एप लॉन्च किया था, ताकि परेशान करने वाले कॉल्स और अनापेक्षित एसएमएस पर नियंत्रण किया जा सके। इस एप के जरिए एसएमएस डिटेल्स और कॉल लॉग रिकॉर्ड व फोन के मैसेज से जुड़ी जानकारी ट्राई तक पहुंचाई जाती है। इससे ग्राहक ऐसे मैसैजेस और कॉल्स की ट्राई को रिपोर्ट कर सकता है, जिससे कि ट्राई इसके खिलाफ कदम उठा सके। इसके लिए ग्राहक जिस कंपनी का फोन इस्तेमाल कर रहे हैं उसे ट्राई के सर्वर के साथ अपने डेटा को सिंक करना होता है। एप्पल अपने ग्राहकों के इसी डेटा को अपने सर्वर के जरिए ट्राई के सर्वर से सिंक नहीं कर रही है।
यही कारण है कि ट्राई को एप्पल के फोन का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों के डीएनडी नंबर की पहचान करने और उसपर उचित कार्रवाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।